नई दिल्ली। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में प्रमुख हस्तियों की लगातार अनुपस्थिति अक्सर चर्चा का विषय बनी रहती है। इन हस्तियों को राज्यसभा में मनोनीत करने के उपरांत भी सदन से उनकी अनुपस्थिति हर किसी को सालती रहती है। इसी क्रम में गुरुवार को सपा के राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल भड़क उठे। उन्होंने इस मुद्दे को व्यवस्था के प्रश्न के रुप में उठाते हुए कहा कि सदन में मनोनीत सदस्य सचिन तेंदुलकर और रेखा सरीखी बड़ी हस्तियों का लगातार अनुपस्थित रहना उचित है? उन्हें यदि राज्यसभा के कार्यों में कोई रुचि नहीं है तो क्या उन्हें त्यागपत्र नहीं दे देना चाहिए? इस सत्र के दौरान वे कहीं नजर भी नहीं आए। वे सदन में नहीं आते तो दर्शाता है कि उनकी रुचि नहीं है। इस पर उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि यह व्यवस्था का प्रश्न नहीं है। मनोनीत सदस्यों को सदन में उपस्थित रहने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। इस पर अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में वे उन्हें पत्र लिखेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा सरीखे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 12 सदस्यों को राज्यसभा के लिए नामित करता है। जो सदस्य नामित किए गए उनमें सचिन तेंदुलकर और रेखा सहित सुब्रह्माण्यन स्वामी, केटीएस तुलसी, अनु आगा, संभाजी छत्रपति, स्वपन दासगुप्ता, रूपा गांगुली, नरेंद्र जाधव, मैरीकॉम, के. परासरन व गोपी सुरेश है।

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