दिल्ली। टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए साइरस मिस्त्री ने उधोगपति रतन टाटा समूह की टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स सहित समूह की छह लिस्टेड कंपनियों के निदेशक मंडलों से इस्तीफा दे दिया है। मिस्त्री ने इन कंपनियों के निदेशक मंडल से इस्तीफ ा दे दिया है हालांकि मिस्त्री ने इसके साथ ही हार न मानने का संकेत देते हुए टाटा संस के साथ अपनी इस लड़ाई को बड़े मंच पर ले जाने का संकल्प जताया है। साइरस मिस्त्री को 24 अक्तूबर को अचानक ही टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। ये सभी टाटा समूह की धारक कंपनी है। मिस्त्री ने दो पन्ने के बयान व रिकार्ड वीडियो संदेश में कहा कि प्रभावी सुधार व टाटा समूह के कर्मचारियों, शेयरधारकों तथा अन्य भागीदारों के बेहतर हितों के उद्देश्य को असाधारण आम बैठकों के मंच से हटकर दूसरे मंच से बेहतर ढंग से हासिल किया जा सकता है। वे टाटा संस या अन्य कंपनियों के निदेशक मंडलों से हट रहे हैं, लेकिन उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि वे हट गए हैं। टाटा समूह की कंपनियों टाटा स्टील, इंडियन होटल्स कंपनी, टाटा मोटर्स और टाटा कैमिकल्स ने भी नियामकीय जानकारी में कहा है कि साइरस मिस्त्री ने तुरंत प्रभाव से कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफ ा दे दिया है। उधर, टाटा संस ने साइरस मिस्त्री द्वारा टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के निदेशक मंडल से इस्तीफे दिए जाने को सोची-समझी रणनीति करार दिया। टाटा समूह की धारक कंपनी टाटा संस ने एक बयान में कहा है, मिस्त्री के इस्तीफे सोची-समझी रणनीति है। क्योंकि वह जानते हैं कि अधिसंख्य शेयरधारक उनके कामकाज के समर्थन में नहीं हैं। मिस्त्री लगातार आधारहीन व दुर्भावनापूर्ण आरोप लगा रहे हैं। टाटा संस ने गत 24 अक्टूबर को मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाकर उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया था। इसके बाद टाटा समूह की कई अन्य कंपनियों ने ईजीएम बुलाई है ताकि यह तय किया जा सके कि उनके बोर्ड में मिस्त्री को रखना है या नहीं।

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