नई दिल्ली। आतंकी संगठन आईएसआईएस के जुल्मों की दास्तां अक्सर लोगों के सामने आती ही रहती है। इस संगठन के जुल्मों से कई समुदाय पीडि़त रह चुके हैं तो महिलाओं पर बेहताशा जुल्म उजागर हुए। महिलाओं को भूखे प्यासे रखने के साथ ही यातानाएं देकर उनको प्रताडि़त किया जाता है।
महिलाओं का अपहरण कर उनके साथ दुष्कर्म करना फिर सेक्स स्लेव बना देना हो या फिर सीरिया के बाजारों में बोली लगाकर उन्हें बेचा जाने की बात हो। हर स्तर पर आईएस महिलाओं के साथ कू्ररता से ही पेश आता है। फिर भी आईएस के चंगुल से बचकर भागी एक यजीदी लड़की इखलास ने जो स्थिति बयां की वह एक विभत्स स्थिति को उजागर करती है।

-प्रतिदिन किया जाता था दुष्कर्म
इखलास ने बताया कि जब वह महज 14 साल की थी तब मुझे आईएस ने अगुवा कर लिया। बाद में वे मुझे सेक्स गुलाम के तौर पर बंधक बना लिया। पिछले 6 माह से रोजाना उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया जाता था। इस दौरान मैंने मौत को गले लगाने की कोशिश की। शुरू में आतंकियों से बचने के लिए माउंट सिंजर से भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सकी। वे हर रोज रेप करते और मारपीट कर अमानवीय यातानाएं देते।

-मौका मिला तो भाग निकली
इखलास ने बताया कि आईएस के एक बेदह बदसूरत आतंकी ने उसे 150 लड़कियों के बीच में से चुना। लंबी चौड़ी कद काठी वाला वह आतंकी एक बदबूदार जानवर की तरह ही था, जिसे देखने भर से रुह कांप उठती थी। एक दिन वह आतंकी लड़ाई पर गया हुआ था। तभी उसे मौका मिला और वह भाग निकली। वहां से छूटने के बाद वह शरणार्थी कैंप में पहुंची। इखलास अभी जर्मनी के एक मेंटल हॉस्पिटल में थैरेपी ले रही है और पढ़ाई करने में जुटी है। भविष्य में वह एक वकील बनना चाहती है।

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