नई दिल्ली. शराब नीति मामले में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले सीबीआई ने उनसे 8 घंटे पूछताछ की थी। बताया गया है कि आबकारी विभाग के एक आईएएस अफसर ने पूछताछ के दौरान सिसोदिया का नाम लिया था। अफसर ने कहा सिसोदिया ने ऐसी शराब नीति बनाई थी, जिससे सरकार को मुनाफा नहीं हो, व्यापारियों को मोटा फायदा हो। इसी बयान के आधार पर सिसोदिया से पूछताछ की गई थी। सूत्रों की मानें तो अफसर ने सिसोदिया पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाया था। सीबीआई ने सिसोदिया और अफसर को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तो, उन्होंने कई सवालों के जवाब नहीं दिए। यही सिसोदिया की गिरफ्तारी की वजह बनी। सिसोदिया को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
-सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की इंतेहा
सिसोदिया की गिरफ्तारी पर आप ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक आतिशी ने कहा मनीष सिसोदिया ने पिछले आठ साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों की काया पलट कर दी। उन्हें इसी की सजा मिल रही है। भाजपा कह रही है कि ये 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला है। ये पैसा कहां हैं। सीबीआई ने सिसोदिया के घर, उनके रिश्तेदारों, दोस्तों तक की तलाशी ली, लेकिन ये रुपया नहीं मिला। ये रुपए कहां हैं। सरकार ये नहीं बता पा रही है। केजरीवाल और सिसोदिया की बढ़ती लोकप्रियता के कारण हुई है। भाजपा सीबीआई-ईडी का इस्तेमाल करके आप को खत्म करने की कोशिश कर रही है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दी है। उन्होंने कहा सिसोदिया की गिरफ्तारी तानाशाही की इंतेहा है। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा यह लोकतंत्र के लिए काला दिन। जांच में शामिल होने के लिए सिसोदिया घर से निकलने से पहले अपनी मां से मिले और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद रोड शो करते हुए सीबीआई दफ्तर पहुंचे। सिसोदिया के साथ उनके हजारों समर्थक भी थे। सभी हेडक्वार्टर के पास धरने पर बैठ गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे। प्रोटेस्ट बढ़ता देख पुलिस ने धारा-144 लगा दी। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और आप सांसद संजय सिंह सहित कई समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया है। सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा कि वो देश के लिए शहीद हो गए थे, हम तो झूठे आरोपों के लिए जेल जाना बहुत छोटी चीज है।

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