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Supreme Court to hear today in verdict right to privacy

दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में बंद गले का जैकेट पहने गए एक वकील को भावी चीफ जस्टिस जे.एस. केहर ने उनके केस को नहीं सुना और उस वकील के मामले में दो सप्ताह की तारीख दे दी। वकालत एक नोबल और अनुशासित प्रोफेशन होता है। इसका अपना एक ड्रेस कोड भी है। लेकिन ड्रेस कोड को गंभीरता से ना लेना दिल्ली के एक वकील को उस समय महंगा पड़ गया जब सुप्रीम कोर्ट ने केस सुनने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि वकील सही ड्रेस में नहीं थे। दरअसल इस केस की सुनवाई भावी चीफ जस्टिस जे.एस. केहर की बेंच कर रही थी और वकील बंद गले की जैकेट पहनकर आए थे और ऊपर का बटन खुला था। वकील की इस ड्रेस को देख जस्टिस जेएस केहर ने आपत्ति जताई और वकील से कहा कि वह तब तक केस की सुनवाई नहीं करेंगे जब तक वह ठीक प्रकार से ड्रेस पहनकर नहीं आते। जस्टिस ने वकील को सुनवाई के लिए किसी और दिन आने के लिए कहा। कोर्ट ने आदेश में लिखा याचिकाकर्ता के वकील सही प्रकार से ड्रेस पहनकर नहीं आए थे। सुनवाई दो हफ्ते बाद की जाएगी।
गौरतलब है कि जस्टिस जेएस केहर देश के अगले चीफ जस्टिस होंगे। वह भारत के 44वें चीफ जस्टिस होंगे। जस्टिस केहर 4 जनवरी 2017 को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल 4 जनवरी 2017 से 4 अगस्त 2017 तक रहेगा। भारत के चीफ जस्टिस बनने वाले वे पहले सिख होंगे। गौरतलब है कि चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर जस्टिस केहर को अगला चीफ जस्टिस बनाने की वकालत की थी।

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