इस्लामाबाद। भारत की तर्ज पर पाकिस्तान में भी बड़े नोट को कालेधन का पर्याय बताते हुए इन्हें बंद करने की तरफ कदम बढ़ा लिए हैं। पाकिस्तान की संसद ने 5000 रुपए के नोटों को हटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे पाकिस्तान में पांच हजार रुपए के चलन में मौजूद करीब 30 फीसदी करंसी बाहर हो जाएगी। संसद में यह भी तय किया गया कि इन नोट को कैसे हटाया जाएगा। पाकिस्तान मुस्लिम लीग के सांसद उस्मान सैफ उल्लाह खां ने संसद के सामने बड़े नोटों को बंद करने का प्रस्ताव रखा था। सांसद की ओर से बताया कि 5000 रुपए के बड़े नोट बंद कर कालेधन पर रोक लगाई जा सकती है। लोगों में बैंक के इस्तेमाल की आदत को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। पाकिस्तान ने अगले तीन से पांच साल में यह नोट हटाने का फैसला किया है। जिससे बिना किसी संकट के नोट हटाए जा सकें।
विधि मंत्री जाहिद हमीद ने कहा, मौजूदा वक्त में 3.4 खरब नोट प्रचलन में है। इनमें 1.02 खरब नोट 5000 रुपए के हैं। इतनी बड़ी तादाद में नोट वापस लेने से करंसी का संकट आ जाएगा। जनता परेशान हो सकती है। इसलिए तीन से पांच साल में बड़े नोट हटाने का फैसला किया। वेनेजुएला में बड़े और ज्यादा चलने वाले 100 बोलिवर के नोट को बंद करने का एलान किया था। इस फैसले से कैश की भारी किल्लत हो गई। नई करंसी नहीं मिलने से संकट गहरा गया था। प्रदर्शन और पुलिस के साथ संघर्ष में एक शख्स की मौत भी हो गई। नोटबंदी के बाद हुई हिंसा, लूटपाट को देखते हुए सरकार ने हफ्ते भर बाद ही फैसला वापस ले लिया।

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