जयपुर. कांग्रेस में चल रही गुटबाजी के बीच अब गहलोत खेमे के मंत्रियों ने खुलकर उनके पक्ष में बयानबाजी शुरू कर दी है। आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल ने अशोक गहलोत को एक विचारधारा बताया है। उन्होंने कहा गहलोत साहब नहीं होते तो हमारी हालत खराब हो जाती। हम आज मंत्री नहीं बनते। यह सारी गहलोत की सूझबूझ है, जिसकी वजह से सरकार बची। गहलोत पूरे राजस्थान में एकता कायम कर रहे हैं। अशोक गहलोत अपने आप में एक विचारधारा हैं। गहलोत ने कोरोना में शानदार मैनेजमेंट किया। आज गहलोत के राज में जनता के कल्याण की एक से एक योजनाएं चल रही हैं। हम ऐसे नेता के नेतृत्व में आगे चलेंगे। मेघवाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। मेघवाल ने कहा गहलोत महात्मा गांधी, ज्योतिबा फुले और अंबेडकर जैसे महापुरुषों को फॉलो करते हैं। हमारे नेता अशोक गहलोत जैसी योजनाएं देश के किसी राज्य में नहीं मिलेंगी। गहलोत एडवांस में सुविधाएं देते हैं। महात्मा फुले की तरह गहलोत शिक्षा पर जोर दे रहे हैं। अंग्रेजी स्कूल खोले हैं, ताकि गरीब का बच्चा भी अच्छी शिक्षा ले सके। सचिन पायलट पर मंत्री अशोक चांदना का सीधा हमला करने और पुष्कर के जूता फेंक कांड पर मेघवाल ने कहा- अशोक चांदना एक प्रखर और मजबूत नेता हैं। पुष्कर में जो घटना हुई है, उस पर अशोक चांदना खुद सब बात कह चुके हैं। जिनके राज में 76 गुर्जर मरे, उन नेताओं को तो वहां मालाएं पहनाकर स्वागत हो रहा था। जिनके परिवार के लोग आंदोलन में जेल गए उन पर जूते फेंके गए। अब फैसला जनता को करना है। डेमोक्रेसी में अपनी बात कहने का सबको अधिकार है। अगर बुलाया है तो बात सुननी चाहिए। चांदना अपनी बात कहने में सक्षम हैं। उन्होंने जो बातें कहीं हैं, उसमें सब साफ हो गया है। छोटे मोटे झगड़े हर पार्टी में होते हैं। यहां क्लिक कर जानिए जूताकांड क्या था। दूदू में सीएम की सभा में गहलोत और राजीव गांधी के अलावा तीसरा नारा लगाने पर पुलिस से उठवाने की धमकी देने वाले मुख्यमंत्री के सलाहकार निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर का मंत्री मेघवाल ने बचाव किया है। मेघवाल ने कहा- नागर ने किस संदर्भ में बात कही है, उस पर जाना जरूरी है। बाबूलाल नागर जनाधार वाले और मजबूत नेता हैं। नागर कांग्रेस की नीति पर चलने वाले नेता हैं। नागर ने हमारी सरकार बचाई है। यहां क्लिक कर पढ़ें नागर ने क्या कहा था आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल का बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब सचिन पायलट खेमे पर उनके साथी मंत्री अशोक चांदना हमलावर हैं। गोविंद मेघवाल ने पायलट को लेकर कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने गहलोत को एक विचारधारा बताकर उनके पक्ष में मजबूती से खड़ा रहने का मैसेज दिया है। पिछले दिनों सचिन पायलट समर्थक विधायकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने का बयान दिया था। उस समय गहलोत समर्थकों ने जवाब नहीं दिया, लेकिन अब मुखर होकर गहलोत के समर्थन में उतरकर उनके कामों को गिना रहे हैं। गहलोत समर्थक विधायक भी अब साफ तौर से बयानबाजी करने लगे हैं। टोंक के निवाई में हुई सभा में स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा कह चुके हैं कि विधायकों का विश्वास अशोक गहलोत में है। कोई कुछ भी कहे, लेकिन सरकार गहलोत की वजह से बची है, वरना लोग हमें दो कौड़ी का बनाकर रख देते। हम विधायक सड़कों पर घूमते रहते। पिछले कई दिनों से गहलोत और पायलट खेमों में जारी खींचतान के बीच अब बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। अब तक गहलोत खेमे के नेता चुप थे। अब रणनीति बदल दी है। मंत्रियों की सभाओं में सचिन पायलट के समर्थन में नारेबाजी के बाद अब गहलोत खेमे के मंत्री-विधायक भी बयान देने लगे हैं। गहलोत के पक्ष में बयानबाजी को सियासी शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है।

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