लखनऊ। यूपी में जब से भाजपा ने विजयी पताका फहराई है। तभी से राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होता जा रहा है। इसी कड़ी में सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि मामले को कोर्ट के बाहर ही सुलझा लिया जाए। इसी बीच राम मंदिर निर्माण के मामले में गुरुवार को उस समय एक नया मोड़ आ गया। जब मुस्लिम समुदाय से जुड़ी कुछ संस्थाआं ने राम मंदिर का निर्माण कराने को लेकर समर्थन में पोस्टर लगवा दिए। इन पोस्टरों में राम मंदिर बनाने की बात कही गई है। यूपी में यह पोस्टर राजधानी लखनऊ में तकरीबन 10 स्थानों पर लगवाए गए। इन पोस्टरों को लगाने का सेहरा बंधा श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच अध्यक्ष आजम खान के सिर पर। आजम खान ने ये पोस्टर 10 स्थानों पर लगवाते हुए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राम मंदिर निर्माण की बात कही। गौरतलब है कि आजम खान ने कुछ लोगों के साथ एक संगठन का निर्माण किया। जो कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार और मुस्लिम समुदाय के भीतर आम राय लेकर राम मंदिर निर्माण की वकालत कर रहा है। वे जय श्रीराम कहने से हिचकते नहीं। इसके पीछे वे तर्क देते हैं कि राम के प्रति भावना जिनती हिंदुओं में है उतनी ही मुस्लिमों में है। ये संगठन मुस्लिम समाज के नेताओं मौलवियों की आलोचना करने से भी नहीं हिचकता। हाल ही उन्होंने जब से मंदिर निर्माण को लेकर पोस्टर लगाए उसके बाद से उन्हें धमकियां मिलने का दौर शुरू हो गया है। इस बात की पुष्टि उन्होंने स्वयं की और कहा कि इस साहसिक कार्य के लिए लोग उन्हें फोन और ई-मेल के जरिए जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। मैंने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई, अभी तक पुलिस सुरक्षा उपलब्ध नहीं हो पाई।

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