जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का आज गुरुवार को निधन हो गया है। वे लंबे समय से यूरिन इंफेक्शन से ग्रसित थे। बुधवार देर रात अचानक तबीयत बिगड़ गई। चिकित्सकों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। लेकिन तबीयत में कुछ सुधार नहीं हुआ और वे चल बसे। चिकित्सकों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए उनके निधन की सूचना जारी की। उधर, अटल जी की मौत की सूचना मिलते ही देश में शोक की लहर छा गई।

भाजपा, कंांग्रेस, वामदल, सपा, बसपा के वरिष्ठ नेता और मुखिया अस्पताल और उनके निवास पर पहुंचने लगे। देश के सभी राज्यों के सीएम, मंत्री और नेता दिल्ली पहुंच गए है। अटल जी के आवास के बाहर स्टेज बना है। उधर, पीएम नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व तमाम नेताओं ने अटल जी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि वे भारत के रत्न थे।

देश उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखेगा। उनके निधन से सियासत में एक खालीपन आ गया है, जिसे कोई भर नहीं सकता। इससे पहले बुधवार देर रात तबीयत नाजुक होने की सूचना पर गुरुवार को पीएम नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन, सुरेश प्रभु, जितेन्द्र सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, स्मृति ईरानी, सीएम वसुंधरा राजे समेत अन्य नेता व मंत्री उनकी कुशलक्षेम जानने पहुंचे थे। एमस अस्पताल ने गुरुवार सुबह मेडिकल बुलेटिन जारी करके अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत नाजुक होना बताया था।

– पीएम मोदी ने याद किया था अटलजी को
स्वाधीनता दिवस पर लाल किले से पीएम नरेन्द्र मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया था। उन्होंने कहा था कि कश्मीर मुद्दे पर अटलजी के बताए मार्ग पर चलेंगे जो इंसानियत, कश्मीरियत और जंहूरियत पर आधारित होगी। शांति और गले मिलकर ही कश्मीर की समस्या का हल हो सकता है।

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