जयपुर। छत्तीसगढ की युवती के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार अलवर के फलाहारी बाबा का एक और झूठ सामने आया है। दुष्कर्म के आरोपी बाबा ने पहले युवती और बाद में पुलिस को बताया था कि वह नपुंसक है। इसके बाद पुलिस ने उसका पोटेंसी टेस्ट कराया था। इस टेस्ट में सामने आया है कि बाबा नपुंसक नहीं है।
बता दें कि गिरफ्तारी से बचने के लिए इस बाबा ने पहले खुद को बीमार बताया था और फिर अस्पताल में भर्ती हो गया था। अस्पताल प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उसे कोई खास बीमारी नहीं है और उसे जबरन छुट्टी दे दी गई। सरकारी डॉक्टरों की टीम ने बाद में मेडिकल जांच में भी उसे पूरी तरह फिट पाया था। पीड़ित युवती ने अपने बयान में बताया था कि दुष्कर्म से पहले बाबा ने खुद को नपुंसक बताया था। इसके अलावा अस्पताल मे भी पुलिस ने जब उससे प्रारंभिक पूछताछ की तो उसने खुद को नपुंसक बताया था। अब पोटेंसी जांच रिपोर्ट में बाबा की यह बात भी झूठी साबित हुई है। गौरतलब है कि फलाहारी बाबा 15 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल में है।