– कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा पर महिला उत्पीड़न के मामलों में गिद्ध राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने 12 सवाल दागे
जयपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा पर महिला उत्पीड़न के मामलों में गिद्ध राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश की जनता की ओर से 12 ज्वलंत सवाल दागे हैं। जिसमें मुख्य रूप से दुष्कर्म, महिला उत्पीड़न, किसान आत्महत्या, दलित उत्पीड़न, किसानों की जमीन नीलामी, पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बेराजगारी और प्रदेश में व्याप्त कांग्रेस की लूट को लेकर प्रियंका- राहुल पर सवालों के जरिये बड़ा हमला बोला है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस का संचालन करने वाले मुख्य परिवार की हस्ती प्रियंका वाड्रा आज राजनीतिक पर्यटन पर राजस्थान के झुंझुनू आई हैं। महिला सुरक्षा के अंदर ये लोग गिद्ध राजनीति करते हैं, राजस्थान के बाहर जब कोई महिला अपराध होता है तब ये लोग जमकर मीडिया में बयान बाजी करते हैं, लेकिन जैसे ही राजस्थान का बॉर्डर आता है इनकी जबान पर ताला लग जाता है। प्रदेश में 35 हजार से ज्यादा दुष्कर्म की घटनाएं हुई, लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने यहां की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बयान तक दिया क्या? क्या राजस्थान की महिलाएं प्रियंका वाड्रा और कांग्रेस के लिए सम्मान की पात्र नहीं है? इन लोगों की कथनी और करनी में मोटा फर्क सामने आता है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एंव सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां महिला सुरक्षा संरक्षण और उत्थान की दिशा में काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रियंका वाड्रा का लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा राजस्थान में आकर सिमट कर रह जाता है। प्रदेश में करीब दो लाख महिला उत्पीड़न की रजिस्टर्ड घटनाएं दर्ज होने के बावजूद प्रियंका वाड्रा राजस्थान क्यों नहीं आई ? प्रदेश में 7,700 निर्दोष नागरिकों की हत्या होती है, लेकिन कांग्रेस की तरफ से किसी नेता ने संवदेना तक प्रकट क्यों नहीं की? प्रियंका वाड्रा के भाई राहुल गांधी पिछले चुनावों में दस दिन में कर्जमाफी का वादा करके गायब हो गए और अब 1700 दिन बीत जाने पर प्रदेश की जनता उनसे सवाल पूछती है कि कर्जमाफी क्यों नहीं हुई? कर्ज से तंग आकर प्रदेश में करीब 350 किसानों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन कांग्रेस सरकार मृतकों को किसान मानने से ही मना कर रही है। सरकार ने कहा कि खेत में काम करने वाला व्यक्ति किसान नहीं है जबतक उसके नाम से जमीन नहीं है। मेरा सवाल सरकार से यह है कि क्या मजदूर के प्रति आपकी संवदेनाएं नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में जेहादी मानसिकता के लोगों द्वारा कन्हैयालाल तेली, हरीश जाटव, आदर्श तापड़िया, योगेन्द्र मेघवाल, रतनलाल सोनी, कृष्णा वाल्मिकी और चिरंजीलाल सैनी सहित अनेक निर्दोश नागरिकों की हत्या की अनेक घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से इन लोगों के प्रति कोई संवेदना और पीड़ा प्रकट क्यों नहीं की गई ? कर्जमाफी से जूझ रहे प्रदेश के 19,422 किसानों की जमीनें नीलाम हो जाती हैं, लेकिन प्रियंका वाड्रा की नजर इस तरह की खबरों पर क्यों नहीं जाती ? यदि कांग्रेस के नेताओं में जरा भी शर्म बची है तो उन्हे किसानों और महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश के उन 70 लाख युवाओं का क्या दोष था जिनका कैरियर पेपर लीक की भेंट चढ़ गया। हम मान भी लें कि पैसा तो लौटाया जा सकता है, लेकिन जो कीमती समय इन युवाओं का चला गया उसे कांग्रेस सरकार कैसे लौटाएगी?
भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर ने कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा के झुंझुनूं में आयोजित सभा के दौरान राज्य की महिलाओं को 10 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिए जाने की गारंटी पर कहा है कि इससे पहले पिछले चुनाव में उनके भाई राहुल गांधी राज्य के किसानों को 10 दिनों में कर्ज माफ किए जाने का वादा कर गए थे जो अब तक अधूरा है और कर्जमाफी के इंतजार में 19 हजार से ज्यादा किसानों की जमीन नीलाम हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अपने पूरे भाषण में प्रियंका वाड्रा ने राजस्थान में महिला अत्याचार पर एक बार भी बात नहीं की जबकि उन्हें सबसे पहले यहां पर महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए थी। यहां एक 14 वर्षीय बालिका को गैंगरेप के बाद जिंदा ही भट्टी में जला दिया जाता है उस समय प्रियंका गांधी को यहां आकर देखना चाहिए था लेकिन वे नदारद रही। राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं पर बढते अत्याचार और महिला अत्याचार ने राजस्थान को देश में नंबर वन पर लाकर खडा कर दिया है। इसमें भी दलित महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ रही है। यदि प्रियंका वाड्रा राजस्थान आकर अपने मुख्यमंत्री से महिला अत्याचार पर सवाल करती तो ज्यादा अच्छा होता। प्रियंका वाड्रा यदि कोई गारंटी ही देना चाहती है तो राज्य की महिलाओं की इस बात की गारंटी दे कि कांग्रेस के गिनती के बचे हुए शासन काल में महिलाओं पर अत्याचार नहीं होंगे। यहां महिलाएं सुरक्षित रहेगी। महिलाओं को यहां तेजाब या केमिकल से नहीं जलाया जाएगा, किसी युवती को गोली मारकर कुंए में नहीं फैका जाएगा। राजस्थान में महिलाओ को गारंटी देने आई प्रियंका वाड्रा को एक बार अपने मंत्री शांति धारीवाल से भी बात करनी चाहिए थी जो बलात्कार मामले बढने पर कहते हैं कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। उन्हें पहले अपनी ही विधायक दिव्या मदेरणा को सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए थी। उन्हें कांग्रेस पार्टी की सरकार के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढा के सवाल का जवाब देना था कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। इन सबके बाद वे यहां आकर महिलाओं को गारंटी की बात करती तो बेहतर होता। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने 500 रुपये में गैस सिलेण्डर योजना का दायरा बढाने की भी बात कही है लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि उज्जवला योजना के तहत राज्य सरकार जो 500 रुपये में गैस सिलेण्डर दे रही है उसमें केन्द्र सरकार की सब्सिडी 400 रुपये हैं और राज्य सरकार की सब्सिडी मात्र 100 रुपये ही है। महिला आरक्षण की बात करने वाली प्रियंका वाड्रा को बताना चाहिए था कि अब तक उनके शासन में यह कानून लागू क्यों नहीं किया गया।

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