logon kee pahalee pasand bhaajapa hee rahegee : raajanaath sinh
नई दिल्ली। रामरहीम को साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से हरियाणा, पंजाब तथा दिल्ली और कई इलाकों में हिंसा फैल गई थी जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई तथा कई घायल हो गए थे। साथ करोड़ों रुपे की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने हालातों पर काबू पाने के लिए कर्फ्यू तक लगा दिया था। इसी सिलसिले में आगे की स्थितियों से निपटने के लिए और अब तक हुई हिंसा की समीक्षा के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने समीक्षा बैठक बुलाई। राजनाथ के आवास पर हुई यह बैठक ढाई घंटे तक चली। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख राजीव जैन और गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद महर्षि ने संवाददाताओं को बताया, “बैठक के दौरान तीन मुद्दों पर चर्चा हुई।
गृह सचिव ने कहा, “गृह मंत्री ने अदालत के फैसले के बाद हरियाणा में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से भी बात की। डीजीपी ने उन्हें बताया कि फैसले के बाद पंचकूला और सिरसा में स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन अब सामान्य हो गई है। मौजूदा स्थिति में हम किसी पर दोष नहीं मढ़ सकते। बैठक में दिल्ली, पंजाब और राजस्थान की सुरक्षा पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा, “फैसले के बाद पंजाब और दिल्ली में हिंसा की बड़ी घटनाएं नहीं हुईं। यहां छोटी-मोटी घटनाएं हुईं, जिन्हें नियंत्रित कर लिया गया। पचंकूला में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आने के बाद भड़की हिंसा 31 लोगों की मौत हो चुकी है।
डेरा समर्थकों द्वारा की गई हिंसा में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और संपत्तियां नष्ट कर दी गईं। महर्षि ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में चल रही मुठभेड़ पर भी चर्चा की, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए हैं। उन्होंने कहा, “इस बैठक में पुलवामा में चल रही मुठभेड़ पर भी चर्चा हुई। अब भी दो से चार आतंकवादी बचे हुए हैं। एक घर में भी आग लगा दी गई है। महर्षि ने कहा, दो एसपीओ वहां हैं। हमें नहीं पता है कि वे सुरक्षित हैं या नहीं। उनकी जान को कुछ खतरा बना हुआ है।

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