– 8 किलो सोने की ज्वैलरी और 100 करोड़ की बेनामी प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट
उदयपुर. उदयपुर में 2 रियल एस्टेट कारोबारियों पर इनकम टैक्स की रेड में बड़ी मात्रा में नकदी और ज्वेलरी मिली है। इनकम टैक्स की टीम ने 100 करोड़ से ज्यादा संपत्तियों के दस्तावेज जब्त उनकी जांच शुरू की है। पूछताछ में निर्मल जैन, रमेश जैन और कालूलाल जैन से इन संपत्तियों के बारे में संतोषजनक जवाब मिले हैं। टीम को अब तक कार्रवाई में 8 किलो से ज्यादा सोने की ज्वेलरी और 1 करोड़ से ज्यादा का कैश मिला है। अंकुर और एक्मे ग्रुप के कुल 37 ठिकानों पर फिलहाल सर्चिंग जारी है। इस ग्रुप से जुड़े पार्टनर के साथ ही मालिक के करीबी कर्मचारियों से भी लंबी पूछताछ चल रही है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई शुक्रवार तक चल सकती है। एक-एक व्यक्ति से पूछताछ के बाद उसे क्रॉस चेक भी किया जा रहा हैं। एक्मे ग्रुप के निर्मल जैन, रमेश जैन, अनिल चितोड़ा, रामी रॉयल के अशोक जैन, भूपेंद्र जैन, अनीश धींग,बंशीलाल सुहालका, पंकज जैन सहित इनसे जुड़े करीब 40 लोगों से लंबी पूछताछ चल रही हैं। गुरुवार सुबह से चल रही कार्रवाई में राजस्थान के कई शहरों के साथ ही मुंबई के कई बड़े प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट से जुड़े दस्तावेज इनकम टैक्स के हाथ लगे हैं। कालूलाल जैन और उसके सहयोगियों 17 से ज्यादा लॉकर अघोषित लॉकर भी सामने आए है। दोनों ग्रुप के कारोबारियों द्वारा उदयपुर के रामी रॉयल रिसोर्ट समेत एक दर्जन रिसोर्ट में भी इन्वेस्टमेंट की बात सामने आई है। सॉफ्ट स्टोन कारोबार में इन्वेस्टमेंट के साथ ही मोटे ब्याज पर लोगों को लोन देने की फ़ाइल भी मिली है। सभी जगह टीमें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के साथ ही बड़ी प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच हो रही है।जयपुर के साथ ही राजस्थान के कई शहरों की इनकम टैक्स की टीम इसमें शामिल है। टीम लंबी पूछताछ के जरिए हवाला के पैसों से खरीदी गई जमीनों के दस्तावेजों की जांच कर रही है। यही नहीं टीम आय के बारे में विस्तार से जानकारी ले रही हैं। उदयपुर में इन ग्रुप के पास एक हजार करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी हैं। उदयपुर के सवीना में रहने वाले कालूलाल जैन की 500 करोड़ रूपए से ज्यादा की जमीनें है। उनकी काया, बलीचा, तितरडी, नेला में प्रॉपर्टी है। ऋषभदेव में 2 मार्बल माइंस और क्रेशर गिट‌्टी के प्लांट भी है। वहीं निर्मल जैन का उदयपुर में हाउसिंग फाइनेंस का काम ज्यादा है। निर्मल की सवीना में एक्मे रियल एस्टेट का कारोबार है। नेला में उनकी सर्वाधिक जमीन है। हालांकि लंबे समय से उनका कई लोगों से इन्वेस्टमेंट पर विवाद चल रहा है। कालूलाल जैन के जरिए ही निर्मल और रमेश ने प्रॉपर्टी में पैसे इन्वेस्टमेंट किया था। लोगों को वक्त पर रिटर्न नहीं मिलने से यह आपसी विवाद चल रहा है। मूल रूप से सराड़ा क्षेत्र के रहने वाले भूपेन्द्र जैन भी बड़ी जमीनों के सौदों में कालूलाल और निर्मल के साथ शामिल हैं।

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