जोधपुर. सीएम अशोक गहलोत अचानक सूरसागर (जोधपुर) विधायक सूर्यकांता व्यास से मिलने उनके घर पहुंच गए। मंगलवार देर रात हुई इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री से जुड़े लोगों का दावा है कि ये केवल औपचारिक मुलाकात थी और सीएम जीजी (सूर्यकांता व्यास) का हाल जानने गए थे। इससे पहले सीएम ने जोधपुर की ही एक होटल में अल्पसंख्यक नेताओं से मुलाकात की थी। इसके बाद से अब सबकी नजर सूरसागर सीट पर है, जहां से सूर्यकांता व्यास विधायक हैं। दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार से जोधपुर में अपने जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की थी। जब वे एयरपोर्ट पर पहुंचे तो मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि जिसने मेरी तारीफ की और अच्छा व्यवहार किया, बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया। इस बयान में उन्होंने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, कैलाश मेघवाल और सूर्यकांता व्यास का भी जिक्र किया था। उन्होंने सूर्यकांता व्यास का जिक्र करते हुए ये भी कहा था उन्होंने मेरी तारीफ की तो पार्टी ने उन्हें सजा दे दी। मुझे तो केवल उन्होंने आशीर्वाद दिया था, इसमें उनका क्या कसूर। इसी बयान के अगले दिन यानी मंगलवार रात सीएम अचानक जालोर गेट स्थित विधायक सूर्यकांता के घर पहुंचे और करीब 10 से 15 मिनट तक मुलाकात की। जब वे उनके घर पहुंचे तो समर्थकों ने नारेबाजी भी की। 15 मिनट की मुलाकात के बाद जब सीएम उनके घर से निकले तो जीजी को हाथ जोड़ा तो उन्होंने ने भी सीएम के सिर पर हाथ रखते हुए आशीर्वाद दिया। दावा किया जा रहा है कि वे केवल विधायक व्यास का हाल-चाल पूछने आए थे। क्योंकि ये भी कहा जाता है कि जीजी अशोक गहलोत को अपना भाई मानती है। दो दिन के दौरे के बाद सीएम अशोक गहलाेत बुधवार सुबह झुंझुनूं जिले में प्रियंका गांधी की सभा के लिए निकले। जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में सूर्यकांता व्यास से मुलाकात पर उन्होंने कहा- मैं सम्मान देने गया था। सूर्यकांता से मिलना मेरा वाजिब था क्योंकि सम्मानित महिला हैं और लंबे समय से जोधपुर की सेवा की हैं। जिन्होंने लंबी इनिंग की है राजनीति में और आज उन्हें टिकट नहीं मिला। सीएम बोले कल भी जब वे मिली थी तो मेरे कार्यों की तारीफ की थी और आज भी कर रही हैं। बीजेपी पर तंज कसते हुए वे बोले- किसी के काम की तारीफ करना इतना बुरा नहीं होता। बीजेपी को तो इतना मान रखना चाहिए था और इसे लेकर दुराचार की भावना नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस की सूरसागर सीट लगातार हारने की चिंता जयपुर से दिल्ली तक है। क्योंकि कांग्रेस 2003 से लगातार इस सीट पर हार रही हैं। बीजेपी हर बार यहां ब्राह्मण चेहरा उतारती हैं, लेकिन कांग्रेस अल्पसंख्यक पर दांव खेलती है। लेकिन, इस बार बीजेपी ने जीजी का टिकट काट पूर्व जिला अध्यक्ष देवेंद्र जोशी को मैदान में उतारा है। इधर, जीजी के टिकट कटने और अशोक गहलोत की मुलाकात को लेकर दोनों पार्टियों में नई चर्चा शुरू हो गई हैं।

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