Rajasthan government will cooperate with CII-IGBC in promoting Green Building Movement in India

जयपुर । सीआईआई-ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2017 के 15वें संस्करण के तहत तीन दिवसीय सम्मेलन और प्रदर्षनी आज से जयपुर में आरम्भ हुई। राजस्थान के उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत ने इसका उद्घाटन किया।इस अवसर पर श्री शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार राज्य में सस्टेनेबल विकास के लिये सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने इसके लिए अनेक कदम उठाए हैं जैसे जयपुर विकास प्राधिकरण के तहत आने वाले ग्रीन प्रोजेक्ट्स का एफएआर (फ्लोर एरिया रेष्यो) पांच प्रतिषत अतिरिक्त बढ़ा दिया गया है। यह बेहद अच्छी बात है कि राजस्थान में 83 आईजीबीसी रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट आ चुके हैं, जिनका ग्रीन बिल्डिंग फुटप्रिंट 103 मिलियन वर्ग फीट है। इस मामले में राजस्थान अन्य राज्यों के लिए रोल माॅडल बन कर उभरा है। ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट को अपनाने और इसे आगे बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आईजीबीसी के प्रयास भारत में ग्रीन बिल्डिंग मूवमेंट को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं।राजस्थान सरकार के विकास कार्यों में सीआईआई के सहयोग की सराहना करते हुए वन व पर्यावरण मंत्री, श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि भारत इस समय 4.68 बिलियन ग्रीन बिल्डिंग फुटप्रिंट के साथ दुनिया में दूसरा सबसे बडा देष है और इस संदर्भ में इसमें बहुत जल्द दुनिया का लीडर बनने की क्षमता है। राजस्थान ने इस दिषा में नेतृत्वकारी स्थिति हासिल की है और यह आईजीबीसी के 2022 तक 10 बिलियन वर्गफीट के ग्रीन बिल्डिंग फुटप्रिंट को प्राप्त करने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत को ग्लोबल लीडर बनाने के आईजीबीसी के प्रयासों में राजस्थान सरकार अपना पूरा सहयोग देगी।आईजीबीसी की पाॅलिसी एंड एडवोकेसी कमेटी के चेयरमैन, श्री वी. सुरेष का कहना था कि ग्रीन बिल्डिंग मूवमेंट सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं रहे बल्कि देष के ग्रामीण हिस्से तक भी पहुंचे। इस लक्ष्य को सामने रखते हुए आईजीबीसी ने अनेक रेटिंग सिस्टम लागू किए हैं। ये रेटिंग सिस्टम विभिन्न तरह के बिल्ट एनवाॅयरमेंट की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। इनमें आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग विलेज रेटिंग सिस्टम भी शामिल है। इसी के साथ हम बाजार में बदलाव के अवसर उत्पन्न करने का प्रयास भी कर रहे हैं ताकि ग्रीन बिल्डिंग को अपनाना किफायती हो और ज्यादा से ज्यादा लोग इसे अपनाएं।सीआईआई-आईजीबीसी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल, श्री रघुपति ने अपने प्रजेंटेषन में सरकार से विनती करी की ग्रीन बिल्डिंग के लिए एफएआर बढ़ाए जाने के निर्णय को पूरे राज्य में लागू किया जाए। उन्होंने राजस्थान की सभी सरकारी इमारतों को भी ग्रीन बिल्डिंग बनाने पर जोर दिया।वल्र्ड ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल के चेयरमैन, आर्किटेक्ट ताई ली सियांग ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने ग्रीन बिल्डिंग प्रेक्टिसेज को अपनाने और इसे अगले स्तर तक ले जाने की दिषा में काफी प्रगति की है। अब जरूरत इस बात की है कि ग्रीन बिल्डिंग हमारे बिजनिस से आगे बढ कर हमारी परम्परा का हिस्सा बने। वल्र्ड ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल की सीईओ, सुश्री टैरी विल्स ने आईजीबीसी के प्रयासों और उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में एषिया पैसेफिक क्षेत्र जिसमें भारत भी शामिल है, में ग्रीन बिल्डिंग स्पेस सबसे तेजी से बढ़ रहा है। वल्र्ड जीबीसी हर किसी के लिए हर जगह ग्रीन बिल्डिंग के मिषन पर कार्य कर रहा है। भारत डब्लूजीबीसी के पहले संस्थापक सदस्यों में से एक है और ग्लोबल ग्रीन बिल्डिंग मूवमेंट को आगे बढाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है। इस अवसर पर बिल्डिंग में रहने वालों के लिए रेटिंग प्रोग्राम “आईजीबीसी हैल्दी बिल्डिंग रेटिंग” को उद्घाटन समारोह में लाॅंच किया गया। इस प्रोग्राम के तहत बिल्डिग्स को जनकेन्द्रित डिजाइन और बिजली, पानी के उपयोग एवं सस्टेनेबल तरीके से कचरा प्रबंधन के उपायों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है।

सीआईआई गोदरेज आईजीबीसी हैदराबाद के डिप्टी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, श्री एस. श्रीनिवास ने रेटिंग प्रोग्राम की अन्य विषेषताओं का जिक्र करते हुए बताया कि किसी भी इमारत में रहने वालों के स्वास्थ्य पर बिल्ट एनवाॅयरमेंट का बहुत अधिक प्रभाव पडता है। इसे जनकेन्द्रित डिजाइन से गहराई से जोडा जाना चाहिए। सीआईआई’-इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा तैयार सम्पूर्ण रेटिंग सिस्टम “हैल्दी  बिल्डिंग फाॅर आॅक्युपेंट्स” में बिल्डिंग में रहने वालों के शारीरिक, बौद्धिक और सामाजिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा गया है।इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं को भारत में ग्रीन बिल्डिंग मूवमेंट को आगे बढाने में उनके योगदान के लिए ग्रीन चैम्पियनषिप अवार्ड्स भी दिए गए। यह अवार्ड भारतीय रेल, दिल्ली मैट्रो रेल काॅर्पोरेषन, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, आईसीआईसीआई, कैरियर-युनाइटेड टेक्नोलाॅजिस, अग्रवाल एंड अग्रवाल इंटीरियर डिजाइनर्स, आरपी संजीव गोयनका ग्रुप, गोदरेज ग्रीन बिल्डिंग कंसल्टेंसी सर्विसेज, थाॅमस एसोसिएट्स आर्किटेक्ट्स और आॅर्बिट गुुप को प्रदान किए गए। 5-7 अकटूबर तक आयोजित हो रही सीआईआई-आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग कांग्रेस 2017 में 2000 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं जो कि 31 सदस्य देषों के वल्र्ड ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इस आयोजन में एक प्रदर्षनी भी लगाई गई है। इसमें ऐसी तकनीकें और प्रोसीजर्स प्रदर्षित किए गए हैं जो ग्लोबल कंस्ट्रक्षन इंडस्ट्री मंे बदलाव ला रहे है। इसमें पांच हजार से ज्यादा लोगों के आने की सम्भावना है। आयोजन में स्कूल, हैल्थकेयर, मकान, अफोर्डेबल हाउसिंग, डाटा सेंटर्स आदि के लिए बनने वाले भवनों में सस्टेनेबिलिटी और ग्रीन एलीमेंट्स शामिल किए जाने पर विषेष सत्र होंगे। इनमें प्रमुख इंडस्ट्री लीडर्स और वित्तीय संस्थान भी पैनल चर्चाओं में शामिल होंगे।

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