जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर के बीसवें दिन गुरुवार शाम को उसकी शव का दाह संस्कार कर दिया। इससे लम्बे समय से सरकार और आनन्दपाल के परिजनों व राजपूत समाज के बीच गतिरोध तो खत्म हो गया, लेकिन अचानक दाह संस्कार के फैसले और पुलिस की सख्त कार्रवाई से समाज में अंदरखाने गुस्सा है। पुलिस और सरकार पर जबरन दाह संस्कार के आरोप लग रहे हैं। आनन्दपाल की मां निर्मल कंवर, बेटियां चीनू और योगिता सिंह ने पुलिस पर जबरन आनन्दपाल की बॉडी ले जाने और दाह संस्कार के आरोप लगाए हैं।

राजपूत समाज के नेता गिर्राज सिंह लोठवाडा व दूसरे नेताओं ने भी पुलिस पर सख्ती बरतने और जबरन दाह संस्कार के आरोप जड़े हैं। इन मुद्दों के बीच गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने मीडिया से कहा है कि सरकार किसी भी तरह की जांच को तैयार है। आनन्दपाल का एनकाउंटर सही है। सरकार सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार हर तरह की जांच को तैयार है। कटारिया ने राजस्थान की जनता से अपील की है वह अपना मुंह खोलें। आनन्दपाल जैसे अपराधियों के लिए पुलिस ऑपरेशन चलाएं या फिर हथियार रखकर घर-थाने में बैठ जाएं। जिस आनन्दपाल के खिलाफ तीन दर्जन मुकदमें दर्ज हो, जिसने पुलिसकर्मियों को मार डाला हो। करीब दो साल से सरकार और पुलिस उसे पकडऩे में लगी हो, उसके लिए जनता को भी आगे आना होगा। एक अपराधी को एनकाउंटर में मारने वाले पुलिस वालों का मनोबल बढ़ाने के लिए जनता को आगे आना ही होगा। इससे पुलिस फोर्स को संबल मिलेगा।
– बिना शर्त दाह संस्कार
कटारिया ने कहा कि बिना शर्त आनन्दपाल का दाह संस्कार हुआ है। वे भी परिजनों की सहमति से और दाह संस्कार में परिजन मौजूद थे। जबरन दाह संस्कार के आरोप गलत हैं।
– मेरी पुलिस के खिलाफ जांच क्यों करवाऊं
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया से जब यह सवाल पूछा कि राजस्थान सरकार सीबीआई जांच से क्यों डर रही है, उस पर कटारिया ने कहा कि एनकाउंटर सही था। मैं मेरी पुलिस के खिलाफ क्या जांच करवाऊं। यह ठीक नहीं है। किसी को सीबीआई जांच करवानी है तो वह हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट चले जाएं।

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