Prime Minister, in Srinagar, Kishanganga hydroelectric power center dedicated to the nation.

नई दिल्ली। केन्द्र की मोदी सरकार अधिकारियों के सर्विस रिकॉर्ड पर पैनी नरज रखेगी। इसको लेकर सरकार ने एक ऑनलाइन सिस्टम तैयार कर लिया है। इस सिस्टम का नाम ऑनलाइन प्रोबिटी मैनेजमेंट सिस्टम रखा गया है। जिसके जरिए अब अधिकारियों के कामकाज का आंकलन किया जा सकेगा। ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से अब सभी मंत्रालयों को अपनी रिपोर्टस ऑनलाइन ही जमा करानी होगी। जिसका ब्यौरा पोर्टल पर उपलब्ध होगा।ऑनलाइन सिस्टम के रिकॉर्ड के अनुसार खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। सरकार का इरादा है कि ऐसे अधिकारियों के मामले में सरकार एक्शन लेगी और उन्हें समय से पहले रिटायर करने पर भी फैसला लिया जा सकेगा। केन्द्र सरकार ने यह ऑनलाइन सिस्टम डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ट्रेनिंग व अन्य मंत्रालयों के साथ मिलकर शुरू किया है। इस ऑनलाइन सिस्टम के जरिए ही अधिकारियों के कामकाज का आंकलन हो सकेगा। इस संबंध में जो रिपोर्ट सामने आई है उसके अनुसार सरकार का मुख्य फोकस 50 से 55 की आयु व अपनी सर्विस के 30 साल पूरे करने वाले सभी अधिकारियों के कामकाज को लेकर आंकलन करने का है। ऑनलाइन बनने वाले इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही अब इन अधिकारियों के सर्विस पर बने रहने का फैसला लिया जाएगा। अधिकारी का सर्विस रिकॉर्ड बेहतर रहा तो उसकी सर्विस को आगे बढ़ाया जा सकेगा, अगर अपने कार्य को बेहतर तरीके से नहीं निपटाया या लापरवाही दर्शाई तो सरकार उसे रिटायर करने पर भी फैसला ले लेगी।

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