Not be Soshn- Rinwan nature the guise of development

जयपुर. इन्सान प्रकृति का अन्धाधुंध दोहन कर विकास के दावे तो कर रहा है पर प्रकृति से खिलवाड कर विनाष की ओर भी बढ रहा है। यह उदगार एम.एन.आई.टी. सभागार में भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा नेषनल यूथ काॅपरेटिव सोसाईटी के साथ मिलकर विष्व जैव इन्धन दिवस के उपलक्ष में आयोजित हो रहे 04 दिवसीय कार्यक्रमों के समापन अवसर पर देवस्थान राज्यमंत्री राजकुमार रिणवां ने व्यक्त किये। उन्होनें कहा कि प्रकृति से खिलवाड ने ग्लोबल वार्मिंग का खतरा उत्पन्न कर दिया है, तापमान लगातार बढ रहा है एैसे में प्रकृति के नुकसान को कम करने की दिषा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में सरकार काम कर रही है।

रिणवां ने कहा कि जैवईन्धन के प्रति जागरूकता एवं इस क्षेत्र से होने वाले लाभ के बारें में जनता को जोड कर प्रकृति को बचाने का प्रयास हम कर सकते है। उन्होने कहा कि विकास की आड में प्रकृति का शोषण नही हो बल्कि प्रकृति से सामन्जस्य कर हम ना केवल विकास की गति को बनाये रख सकते है बल्कि आने वाली पिढियों को भी प्रकृति का संरक्षण दे सकते है। भारत पेट्रोलियम के मुख्य प्रबन्धक अमित गुंजन एवं बायो-फ्युल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राठौड ने जैव-ईन्धन के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए जैवईन्धन के उपयोग का बढावा दिये जाने का आग्रह किया।

सामथ्र्य संस्थान के अध्यक्ष विष्णु चेतानी ने जैवईन्धन की जागरूकता में युवाओं की भुमिका एवं सहभागिता पर विस्तार से प्रकाष डाला।नेषनल युवा काॅपरेटिव सोसाईटी के क्षेत्रीय समन्वय मनोज शर्मा ने सोसाईटी द्वारा युवाओं के साथ मिलकर किये जा रहे नवाचारों एवं सोसाईटी के द्वारा किये जा रहे कार्यो को विस्तार से बताया।तकनीकी सत्र में बायो-फ्युल प्राधिकरण के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी मनिन्द्रजीत सिंह ने राजस्थान में जैनईन्धन की उपलब्धता और सहायक मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय गुप्ता ने जैवईन्धन के क्षेत्र में रोजगार, मणिपाल युनिवर्सिटी के सहायक आचार्य डाॅ0 अभिषेक शर्मा ने जैवईन्धन के क्षेत्र में हो रहे रिसर्च और प्रगतिषील किसान कानसिंह ने प्रकृति आधारित खेती पर विस्तार से जानकारी दी।

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