नई दिल्ली। दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन चुनाव में भाजपा का कमल खिल गया। तीनों ही नगर निगमों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला तो भाजपा ने 270 में से 184 सीटें जीती। भाजपा ने इस बार अपने तय रणनीति के लिहाज से युवा और नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा। जबकि राज्य की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी दूसरे नम्बर पर रही। आप ने इस चुनाव में 45 सीटें जीती। इसी तरह कांग्रेस तीसरे नम्बर पर पिछड़ गई उसे महज 30 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। वहीं 11 अन्य सीटों पर निर्दलीय चुनाव जीतने में कायमाब रहे। चुनाव परिणामों ेके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भाजपा पर भरोसा जताने के लिए दिल्ली की जनता का आभारी हूं। भाजपा कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहतन तारिफ के काबिल है। जिन्होंने एमसीडी में जीत को संभव बनाया। वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अपने सुर बदले और भाजपा के साथ काम करने का संकेत दे दिया। केजरीवाल ने टवीट करते हुए भाजपा को बधाई दी और कहा कि हमारी सरकार एमसीडी में मिलकर काम करेगी। इधर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आम कार्यकर्ता की तरह काम करने के संकेत देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। आप के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भाजपा को मोदी लहर से नहीं ईवीएम की लहर से जीत मिली है। यह यूपी और उत्तराखंड वाली लहर है। वहीं आप सांसद भगवंत मान ने इस हार का ठीकरा पार्टी के नेतृत्व पर फोड़ा कहा कि पार्टी की हार के लिए ईवीएम नहीं स्टै्रटजी जिम्मेदार है। हमें अपने अंदर झांकना होगा। आप विधायक अलका लांबा ने विधायकी और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे की पेशकश की। जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि देश में पीएम नरेन्द्र मोदी की स्वीकृति बढ़ी है। दिल्ली की जीत इस पर मुहर लगाती है। बता दें 23 अप्रेल को एमसीडी चुनाव को लेकर हुए मतदान में 54 फीसदी मतदान हुआ था। हालांकि दो वार्डों में चुनाव नहीं कराए गए।

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