जयपुर। जयपुर में बीते शुक्रवार को आई झमाझम के बीच करतारपुरा नाले में बहे बरकत नगर निवासी आयुष गर्ग का मंगलवार 5वे दिन भी कोई पता नहीं चल सका। आयुष की तलाश के मामले में प्रशासन का पूरा अमला नाले के करीब 10 किलोमीटर के दायरे में उतरा। फिर भी उनके हाथ खाली ही रहे। इस दौरान सिन्फर डॉग्स व ड्रोन कैमरे को भी उड़ाकर आयुष को तलाशा गया, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। इधर आयुष के मामले में किसी प्रकार का सुराग नहीं मिलने से परिजनों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। प्रशासन की कार्रवाई को लेकर परिजन पूरी तरह असहमत ही नजर आ रहे हैं। परिजन प्रशासन की कार्यवाही के मामले में गहरे आक्रोशित है। बता दें बीते शुक्रवार को शहर में झमाझम बरसात के बाद करतारपुरा नाले मे तेज उफान आया। इस दौरान अपने बड़े भाई को कोचिंग सेंटर छोड़कर आ रहे बरकत नगर निवासी आयुष गर्ग (22) नाले में कार सहित बह गया। इसके बाद से ही उसकी आज तक किसी प्रकार की कोई खैर खबर सामने नहीं आ सकी है।
डॉग्स उतारे, ड्रोन उड़ाए
आयुष की तलाश को लेकर सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ ने मंगलवार को पूरी ताकत झौंक दी है। करीब 10 किलोमीटर के इस नाले में आयुष की तलाश के लिए 5 पौकलेंड और 2 जेसीबी मशीन उतार कर कचरे और गंदगी को खंगाला गया। इसी तरह पुलिस के खास प्रशिक्षित डॉग्स को तलाशी अभियान में उतारा गया। लेकिन डॉग्स भी किसी प्रकार की सहायता नहीं कर सके। वहीं ड्रोन कैमरे भी उसकी तलाश में विफल ही रहे। जबकि 100 व्यक्ति अलग-अलग जगहों पर तलाशने में जुटे। इसके उपरांत भी आयुष के मामले में किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं मिला है। चीफ फायर आॅफिसर जलज घसिया ने बताया पिछले 5 दिनों में सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम ने अलग-अलग जगहों पर नाले को खंगाला। मशीनरी भी लगाई, लेकिन अभी तक प्रयास सफल नहीं हो पाए हैं।
टूट रहा सब्र का बांध
इधर जैसे-जैसे समयावधि बीत रही है। उसके साथ ही परिवार वालों के सब्र का बांध अब टूट रहा है। परिवार के लोगों को उम्मीद है कि कैसे भी हो आखिर आयुष की सलामती की खबर आ जाए। लेकिन जिस तरह से प्रशासन की कार्यशैली रही। उससे निराशा ही हाथ लग रही है। परिवार का हर शख्स अब आयुष की राह तक रहा है, लेकिन उनके इंतजार की घड़ी अब लगता है अब कभी खत्म नहीं होगी।

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