J&K| जम्मू कश्मीर में कल सुबह से एक मकान में छिपे तीनों आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए। पुलिस प्रवक्ता ने आज यह जानकारी दी कि स्वयंभू जिला कमांडर जुनैद मटटू समेत लश्कर के तीनों आतंकवादियों के शव इस मकान से बरामद कर लिए गए हैं। यहां से काफी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी मिला है। उन्होंने घटना की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण कश्मीर में बिजबेहड़ा के मकरू मोहल्ला में एक घर में तीन आतंकवादियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिलने पर राज्य पुलिस राष्ट्रीय रायफल्स और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ की 90 वीं बटालियन ने मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया।

सुरक्षा बल उस समय क्षेत्र की तरफ जा रहे थे तो मकान के अन्दर से आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। उस समय सैनिको ने भी इसका करारा जवाब दिया। उन्होंने बताया कि जिस समय यह मुठभेड जारी थी तो आसपास के क्षेत्रों के लोगों ने इस अभियान में व्यवधान डालने के मकसद से सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया जिससे अन्दर छिपे आतंकवादियों को भागने का मौका मिल सके। उसी समय आतंकवादियों ने भीड़ को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। दोनों तरफ से जारी मुठभेड़ में कई लोग घायल हुए और दो नागरिकों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड में मारे गए आतंकवादियों की पहचान जुनैद मट्टूए नासिर वानी और आदिल मुश्ताक मीर के रूप में की गई है। जुनैद इस संगठन का जिला कमांडर था और अनेक आतंकी गातिविधियों में उसका हाथ था। वह कुलगाम के बोगंड क्षेत्र में 15 जून को पुलिस कांस्टेबल की हत्या में शामिल था। मीरबााजार में पुलिस पार्टी पर हमले में उसका हाथ था जिसमें पुलिस अधिकारी महमूद शहीद हो गए थे। इसके अलावा अनंतनाग में पिछले हफ्ते एक पुलिस उप निरीक्षक और एक कांस्टेबल की हत्या में भी उसका हाथ था। उसके खिलाफ अनेक थानों में मामले दर्ज थे और नासिर वानी तथा आदिल पिछले वर्ष लश्कर में शामिल हुए थे।

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