Sachin Pilot
PCC chief Sachin Pilot, Robert Vadra, ground scam, CBI probe, abuse

– फौज में ठेका-भर्ती बंद करें, युवा और रिटायर्ड सेना अफसर सब खिलाफ
जयपुर. सेना में युवाओं की चार साल के लिए भर्ती की अग्निपथ स्कीम को लेकर विरोध तेज हो गया है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अग्निपथ स्कीम को फौज से खिलवाड़ बाते हुए इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है। एआईसीसी में मीडिया से बातचीत में पायलट ने कहा सरकार को पहले सेना में खाली चल रहे पदों को भरना चाहिए था। सेना में दो साल से भर्तियां नहीं हुईंं। कोविड का बहाना बनाकर सरकार ने दो साल से भर्तियां नहीं कीं। आर्मी अफसरों के ही एक लाख 20 हजार पद खाली हैं। पहेल केंद्र सरकार को बैकलॉग पूरा करते।
पायलट ने कहा अग्निपथ स्कीम के जरिए केवल शॉर्ट टर्म में रेवड़ियां बांटकर मन जीतने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने तीनों काले कृषि कानूनों के समय कहा था कि ये किसान हित में लाए हैं लेकिन किसान आंदोलन कर रहे थे। अब अग्निपथ स्कीम के शुरू करने की घोषणा के अगले ही दिन देश भर के युवा इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। आप अगर किसीके लिए स्कीम बना रहे हो और वही उसका विरोध करे तो उसे वापस ले लेना चाहिए। अग्निपथ स्कीम के फायदे कम नुकसान ज्यादा हैं।
– फौज और पुलिस की ट्रैनिंग में बेसिक अंतर
सेना में चार साल के लिए भर्ती करने से कई दिक्कतें हैं। छह महीने की बेसिक ट्रैनिंग के अलावा फौज में आर्टिलरी, इंजीनियरिंग जैसी विंग में और ट्रैनिंग करनी होती है। इस एडिशनल ट्रैनिंग के अलावा फिर उसे हर साल दो महीने की छुट्टी भी देंगे, तो उसका कुल सर्विंग पीरियड ढाई से तीन साल ही रहेगा। इतने कम समय में फौज की भावना नाम,नमक और निशान पर खरा नहीं उतर सकेगा। फौज और पुलिस की ट्रैनिंग में बेसिक अंतर है। फौज के जवान को बॉर्डर पर दुश्मन को मारने और शहादत के जज्बे की ट्रैनिंग दी जाती है। इतने कम समय में वह संभव नहीं है। केंद्र सरकार को तत्काल इस स्कीम को वापस लेना चाहिए।
– ठेका भर्ती सिस्टम बंद करें
पायलट ने कहा हमारी सेना किसी भी पार्टी और संगठन से ज्यादा अहम है। अग्निपथ स्कीम से सदियों से हमारे फौज करा जो गौरव है उससे खिलवाड़ होगा। यह फौज की भर्ती प्रक्रिया और उसके भविष्य से खिलवाड़ है। तीनों काले कृषि कानूनों के वक्त बीजेपी ने कांग्रेस पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया था। कल स्कीम ठेका प्रणाली किसी केा स्वीकार नहीं है। हमें फौज का सेंटीमेंट समझना होगा। डिफेंस एक्सपर्ट और रिटायर्ड सेना अधिकारियों ने एक सुर में कहा है कि यह हड़बड़ी में बनाई गई स्कीम है जिसे तुरंत वापस लेना चाहिए। अग्निवीर स्कीम में चार साल बाद टर्म पूरा होने पर 25 फीसदी को सेना में रखने और बचे हुए तीन चौथाई को सीआरपीएफ सहित पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती करने में प्रायरिटी देने का दावा किया है। चार साल बाद तीन लाख लोग बाहर जाएंगे और उन्हें पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती में प्रायरिटी देंगे तो फिर आप लाखों युवाओं का हक मारेंगे। आप पैरा मिलिट्री फोर्सेज में भर्ती होने के लिए कतार में लगे दूसरे युवाओं का रास्ता रोक रहे हो। यह स्कीम व्यावहारिक नहीं है। पायलट ने कहा केंद्र सरकार किसी को रोजगार दे नहीं पाई, देश में निवेश आ नहीं रहा है, महंगाई चरम पर है अर्थव्यवस्था चौपट है। केंद्र अपनी नाकामी छिपाने के लिए और जनता का ध्यान हटाने के लिए अग्निवीर स्कीम लेकर आई है। बेहतर होता कि केंद्र सरकार युवाओं के लिए रोजगार की स्कीम लेकर आती।

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