-कुल्लू दशहरा में पीएम मोदी ने भगवान रघुनाथजी की रथयात्रा देखी
कुल्लू. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर बाद इंटरनेशनल कुल्लू दशहरा देखने कुल्लू पहुंचे। उन्होंने यहां भगवान रघुनाथजी की रथयात्रा देखी और उनके दर्शन किए। अटल सदन के प्रांगण से मोदी ने देवी-देवताओं का आशीर्वाद लिया। इस दौरान पीएम मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ तक पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। मोदी कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल होने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। कुल्लू में 47 मिनट रुकने के बाद मोदी दिल्ली लौट गए। पीएम मोदी 10 दिन में दूसरी बार हिमाचल आए हैं। इससे पहले 24 सितंबर को ही उनकी मंडी में रैली थी। हालांकि बारिश की वजह से मोदी मंडी नहीं पहुंच पाए थे और उन्होंने वर्चुअली उस रैली को संबोधित किया था। हिमाचल प्रदेश में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। रघुनाथजी की रथयात्रा के साथ ही 7 दिन चलने वाले इंटरनेशनल कुल्लू दशहरा उत्सव का आगाज हो गया। प्रधानमंत्री मोदी बिलासपुर से दोपहर बाद 3.13 बजे कुल्लू के ढालपुर मैदान पहुंचे और 47 मिनट तक यहां रुके। इसके बाद उनका काफिला भुंतर एयरपोर्ट पहुंचा जहां से वह दिल्ली लौट गए। हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुछ दिन पहले कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी बिजली महादेव के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं। हालांकि मोदी के टूर प्रोग्राम में वहां का जिक्र नहीं था और वह भुंतर एयरपोर्ट से दिल्ली चले गए। कुल्लू पहुंचने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लवी शॉल और टोपी पहनाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। इससे पहले मोदी ने बुधवार सुबह बिलासपुर में एम्स और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया। बिलासपुर की जनसभा में मोदी ने रणसिंघा (हिमाचल का पारंपरिक वाद्य यंत्र) भी बजाया। बिलासपुर की सभा में पीएम ने विपक्षी दलों की सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले सिर्फ भूमिपूजन होता था। फिर वे भूल जाते थे। अब काम होता है। हमारी सरकार काम लटकाने में नहीं बल्कि काम करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा, ‘हिमाचल वीरों की धरती है। मैंने यहां की रोटी खाई है। मुझे इसका कर्ज भी चुकाना है। बिलासपुर की सभा के बाद पीएम मोदी हेलिकॉप्टर से कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से उनका काफिला सड़क मार्ग से ढालपुर मैदान पहुंचा। उनके आवागमन को देखते हुए हाईवे को दूसरे वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कहा कि उन्हें कई साल बाद कुल्लू दशहरे में शामिल होने का मौका मिला है। इससे पहले जब वह भाजपा में हिमाचल के प्रभारी हुआ करते थे, तब कुल्लू दशहरे में शामिल हुए थे। कुल्लू दशहरे में मोदी ने भगवान रघुनाथजी के दर्शन किए और देश के लिए दुआएं मांगी। उन्होंने रथयात्रा के दौरान सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद लिया।
कुल्लू के दशहरा उत्सव में पीएम मोदी के लिए अटल सदन के प्रांगण में विशेष बालकनी बनाई गई। इस जगह से रथ मैदान 10 मीटर दूर है। रथ मैदान को सुरक्षा के लिहाज से चारों तरफ से होर्डिंग लगाकर कवर किया गया। लोगों को मैटल डिटेक्टर से गुजारकर रथयात्रा के लिए भेजा गया। रथ मैदान में आने वाले तमाम देवी-देवताओं और देव समाज के लोगों के लिए भी अलग-अलग गेट बनाए गए। देवी-देवता भी सुरक्षा कवच से होकर रथयात्रा में शामिल हुए। प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी का जिम्मा संभालने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ने स्थानीय पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी देश के गृहमंत्री रहते हुए कुल्लू दशहरा उत्सव में पहुंचे थे। बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऐसे शख्स हैं इस उत्सव का हिस्सा बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली लौट जाने के बाद रथयात्रा में सभी देवी-देवता पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

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