-बारामूला में भाषण से पहले बुलेटप्रूफ ग्लास हटवाया
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत अब पाकिस्तान से बातचीत नहीं करेगा। बारामूला में शाह ने कहा यहां 70 साल राज करने वाले लोग कहते हैं कि हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। हम पाकिस्तान से बातचीत क्यों करें? हम बातचीत नहीं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बातचीत करेंगे। हम कश्मीर के लोगों से बातचीत करेंगे। नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी। हम इसका सफाया कर देंगे। गृहमंत्री ने बारामूला में रैली को संबोधित करने से डायस से बुलेटप्रूफ ग्लास हटवाया। वहीं, अजान के लिए अपनी स्पीच भी रोक दी। शाह ने कहा मुझे चिट्ठी मिली है कि मस्जिद में प्रार्थना का समय हुआ है, इसलिए भाषण रोका है। अब यह समय समाप्त हो गया है। अगर कहें तो स्पीच फिर से शुरू करूं क्या? शाह तीन दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। बुधवार को उनके दौरे का आखिरी दिन था। जम्मू-कश्मीर में बने गुपकार अलायंस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि गुपकार मॉडल में युवाओं के लिए पत्थर, बंद कॉलेज, बंदूक हैं। मोदी मॉडल में युवाओं के लिए आईआईएम, आईआईटी, एम्स, एनईईटी हैं। युवाओं को पत्थर नहीं, पढ़ाई-लिखाई चाहिए। भाषण से पहले शाह बारामूला में आतंकियों से मुठभेड़ में मारे गए पुलिसकर्मी मुदस्सिर शेख के घर भी गए। यह मुठभेड़ साल की शुरुआत में हुई थी। उन्होंने शेख के परिवार को सरकार से हर मुमकिन मदद देने का भरोसा दिलाया। हमें सलाह दी जाती है पाकिस्तान से बात करो, हम कश्मीरियों से बात करेंगे शाह ने कहा, “हम जम्मू-कश्मीर को देश की सबसे शांतिपूर्ण जगह बनाना चाहते हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि हमें पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। हम पाकिस्तान से बातचीत क्यों करें? हम बातचीत नहं करेंगे। हम बारामूला के लोगों से बातचीत करेंगे। हम कश्मीर के लोगों से बातचीत करेंगे। नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी। हम इसका सफाया कर देंगे।
शाह ने टूरिज्म पर भी बातचीत की। पहले यह टेररिस्ट हॉटस्पॉट था, आज टूरिस्ट हॉटस्पॉट है। पहले यहां हर साल 6 लाख सैलानी आते थे। अक्टूबर तक 22 लाख सैलानी आए हैं। इससे कई युवाओं को रोजगार मिला है। शाह ने कहा “आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद, जम्मू-कश्मीर में लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिला। जब लोग बदलाव का स्वागत करते हैं तो लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में रिकॉर्ड तोड़ 50 लाख पर्यटक जम्मू आए हैं और 22 लाख पर्यटक कश्मीर गए हैं। पर्यटन से जम्मू-कश्मीर के युवाओं को काफी फायदा होगा। गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने उन युवाओं को कंप्यूटर और रोजगार दिया, जिनके हाथ में पहले पत्थर थे। पहले पथराव की घटनाएं होती थी, क्या आपने अब ऐसी कोई घटना देखी है? अब ऐसी कोई घटना नहीं है। हमें अब जो बदलाव आया है उसे समझना होगा। हमने प्रशासन में उन लोगों की पहचान की है जो आतंकवाद का समर्थन कर रहे थे और उन्हें जड़ से उखाड़ फेंका है। गृहमंत्री सोमवार शाम तीन दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद अमित शाह का जम्मू में यह पहला दौरा है, जबकि कश्मीर में वो इससे पहले भी एक बार आ चुके हैं।

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