-ग्रामीण ओलिंपिक खेलों में सीएम अशोक गहलोत ने की घोषणा
जयपुर. प्रदेश के 93 हजार होनहार स्टूडेंट्स को गहलोत सरकार 3 साल फ्री इंटरनेट के साथ स्मार्ट टैबलेट देगी। 8वीं, 10वीं और 12वीं में नंबरों के आधार पर होनहार बच्चों को टैबलेट बांटे जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ग्रामीण ओलिंपिक खेलों के स्टेट लेवल मुकाबलों की शुरुआत के मौके पर रविवार को एसएमएस स्टेडियम में इसकी घोषणा की। गहलोत ने कहा पिछले कार्यकाल में हमारी सरकार ने होनहार स्टूडेंट को लेपटॉप दिए थे। जिससे स्टूडेंट्स को आईटी की शिक्षा मिल सकी। पिछली सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था। युवाओं के हित में हम फिर इस योजना को शुरू कर रहे हैं। बीते 3 साल में कोविड के कारण इनका वितरण नहीं हो सका, इसलिए करीब 93,000 बच्चों को इस साल टैबलेट बांटे जाएंगे। इससे पहले दुनिया के इतिहास में पहली बार आयोजित हुए ग्रामीण ओलिंपिक का फाइनल मुकाबला आज से शुरू हो गया। तीन दिवसीय फाइनल मुकाबले की शुरुआत मुख्यमंत्री गहलोत ने की। इस दौरान राजस्थान के 33 जिलों की 330 टीमों के 3 हजार 696 खिलाड़ी मौजूद रहे। 3 दिन तक चलने वाले फाइनल मुकाबलों के बाद विजेता टीमों को 7 लाख 20 हजार रुपए के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। इसके बाद शहरी ओलिंपिक 26 जनवरी से शुरू किया जाएगा। खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि ग्रामीण ओलिंपिक में हर उम्र के राजस्थानी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। ऐसे में अब हर साल ग्रामीण ओलिंपिक का आयोजन किया जाएगा। जिससे राजस्थान की गांव-ढाणी में रहने वाली प्रतिभा को मंच मिल सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलिंपिक की तर्ज पर अब शहरी ओलिंपिक का आयोजन भी किया जाएगा। ताकि राजस्थान में खेल भावना का विकास हो और राजस्थानी खुद को फिट रख सके। क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने बताया कि ग्रामीण ओलिंपिक के तीन चरण अब तक पूरे हो चुके हैं। जिसमें ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर पर हर उम्र के 30 लाख से ज्यादा राजस्थानी खिलाड़ी खेल चुके हैं। वहीं अब 16 से 19 अक्टूबर तक होने वाले फाइनल में लगभग 4000 खिलाड़ी खेलेंगे।

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