जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर वीरांगनाओं के मामले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा हैं कि यह चुनावी वर्ष है और इसलिए बीजेपी के नेताओं ने वीरांगनाओं को एकत्र कर आंदोलन किया है। गहलोत ने रविवार को विद्याश्रम स्कूल के सभागार में राजस्थान राज्य अन्य प्रशासनिक सेवा परिसंघ के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से बात की। गहलोत ने ये सवाल भी उठाया कि ये चार साल बाद क्यों नौकरी मांग रही हैं, इनसे पूछना चाहिए कि जब 2019 में शहीद हुए तब ये मांग क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि चार साल बाद आंदोलन कर रहे हैं और देशवासियों को गुमराह किया जा रहा है। सीएम गहलोत ने कहा कि हमने तो बहुत अच्छा पैकेज दिया है। हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है, लेकिन विपक्ष ऐसी ओछी राजनीति करेगा तो जनता भी आने वाले समय में इन्हें मुंहतोड़ जवाब दे देगी। गहलोत ने कहा कि बच्चे की नौकरी किसी और को कैसे दी जा सकती है। दूसरे लोगों को कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि कल उनसे कुछ वीरांगनाएं मिली थी और उन्होंने कहा था कि बच्चों की नौकरी किसी और को नहीं दी जानी चाहिए। गहलोत ने कहा कि हमने तो उनके बच्चों को उनका हक़ दिया हैं और शहीद की पत्नी अगर गर्भवती है तो हमने उसका हक़ पहले ही आरक्षित किया है, इसके बाद भी राजनीति की जा रही है। क्रेडिट सोसायटियों को लेकर उन्होंने कहा कि कल इसको लेकर बैठक की है। इसमें ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने को निर्देश दिया है। केंद्रीय मंत्री को आगे आना चाहिए, आगे आकर गरीबों को पैसा दिलाने चाहिए। गहलोत ने अपनी सरकार की चिरंजीवी योजना,ओपीएस की तारीफ की और कहा कि केन्द्र सरकार को इसे लागू करना चाहिए।

LEAVE A REPLY