– सीएम अशोक गहलोत ने ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लेकर पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला बोला
जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लेकर पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला बोला है। गहलोत ने कहा हमने इस बार ओपीएस दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ओपीएस का विरोध कर रही हैं। संसद में भी पीएम विरोध कर चुके हैं। ओपीएस  लागू करने वाले राज्यों को भला बुरा कहा गया।
गहलोत ने कहा इनसे (मोदी- सीतारमण) से हम निपट लेंगे, निपटना जानते हैं। सरकार रिपीट करोगे तो स्कीम्स और मजबूत होंगी। ओपीएस को खत्म नहीं करने देंगे। गहलोत जयपुर जिले में किशनगढ़-रेनवाल के रघुनंदपुरा में मंगलवार को मूर्ति अनावरण समारोह में बोल रहे थे। गहलोत ने कहा कि हमारी कल्याणकारी योजनाएं हैं। सामाजिक सुरक्षा के लिए हैं। ये विश्वगुरु बनने की बात करते हैं। विश्वगुरु तो तब बनोगे जब सामाजिक सुरक्षा के लिए काम करेंगे। विदेशों में सामाजिक सुरक्षा के तहत वीकली पैसा मिलता है। केंद्र सरकार को भी सामाजिक सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए। गहलोत ने कहा कि मैंने बजट बनाने में बहुत मेहनत की है। राहुल गांधी ने कहा था कि जनता से पूछकर बजट बनाइए। मैं 10 बजट पेश कर चुका हूं। मेरी सरकार पहली थी, जिसने घोषणा पत्र को कानूनी रूप दिया। तीन-तीन बार सीएम बनना मामूली बात नहीं है। सोनिया गांधी ने मुझे पहचाना। मेरा हर पल सेवा में गया है। बचपन के संस्कार हैं। जब मैं सांसद बना तो गांव-गांव घूमता था। तीन बार जब सीएम बना तो मेरा अनुभव काम आया। गांव से जो सीखा, वह काम ले रहा हूं। बजट में मैंने अपनी पूरी जिंदगी का निचोड़ रखा है। गहलोत ने कहा कि पीएम ने वादा किया था कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) पर सकारात्मक सोच रखेंगे। अब याद दिला रहा हूं तो टस से मस नहीं हो रहे हैं। पानी का मंत्री जोधपुर का है, लेकिन उसे परवाह नहीं है। प्रधानमंत्री अब ईआरसीपी पर भ्रमित कर रहे हैं। पीएम और पानी के मंत्री यह सोच रखते हैं, यह अच्छी बात नहीं है। बीसलपुर का पानी जयपुर लाने वाले हम लोग हैं। पानी की समस्या क्या होती है, यह राजस्थान से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता। गहलोत ने कहा सरकार बदलती है तो हम उसके काम बंद नहीं करते। वो हमारे काम बंद कर देते हैं। बीजेपी सरकार ने रिफाइनरी को बंद कर दिया। पांच साल में 30 हजार करोड़ रुपए एक्स्ट्रा लगेगा, उसकी लागत बढ़ गई। जो 40 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट था। वह 70 हजार करोड़ का हो गया।
– सरकार का विरोध नहीं, हम रिपीट करेंगे
गहलोत ने कहा हमारी योजनाएं बहुत मजबूत और कल्याणकारी हैं। प्रदेश का बजट शानदार आया है। मुझे लगता है कि इस बार जनता चाहती है कि सरकार रिपीट हो। बस इस बार आप उनके बहकावे में नहीं आएं। पिछली सरकार के समय जब बद्रीनाथ- केदारनाथ में तूफान आया ,उसमें राजस्थान के काफी लोग मारे गए। उस समय मैंने फैसला किया था कि उस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मैं नौकरी दूंगा। हमने 20-25 लोगों को नौकरी दी, लेकिन हमारी सरकार चली गई। नई सरकार ने बाकी बचे लोगों की नौकरी रोकी। जिनकी नौकरी लग गई थी, उन्हें भी वापस निकाल दिया। गहलोत ने कहा हमने जो वादे किए हैं, वे निभाएंगे। बीजेपी वाले गौ-भक्त बनते हैं, लेकिन गायों की सेवा तो हम करते हैं। हमने सबसे पहले गौशालाओं का अनुदान बढ़ाकर छह से नौ महीने किया। अब नंदीशाला के लिए 12 महीने का अनुदान दे रहे हैं। पहली बार गौ निदेशालय हमने बनाया। लंपी से मरी हुई हर गाय के लिए हम 40 हजार दे रहे हैं।

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