नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस पहुंचे। जहां वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले। इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप व उनकी पत्नी ने पीएम नरेन्द्र मोदी की व्हाइट हाउस में अगुवाई कर बड़े ही गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं पहली मर्तबा भारतीय प्रधानमंत्री के लिए व्हाइट हाउस में वर्किंग डिनर का आयोजन किया गया।

अपनी साझा बातचीत के दौरान दोनों वैश्विक नेताओं ने आतंकवाद के साथ ही पाकिस्तान को लेकर विस्तार से चर्चा की। पीएम मोदी ने अपनी बातचीत के दौरान हालांकि पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। फिर भी बातों ही बातों में कहा कि वैश्विक चुनौती के तौर पर आतंकवाद से समाज को बचाना बड़ी प्राथमिकता है। ऐसे में आतंकवाद से लडऩा और उनकी पनाहगाहों को तबाह करना प्राथमिकता में शुमार है। इसके लिए खुफिया सूचनाओ के आदान-प्रदान के दायरे को बढ़ाया जाएगा। पीएम मोदी ने पठानकोट एययरबेस पर हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए अमेरिका की ओर से पाकिस्तान पर लगाम कसने की बात कही।

इस दौरान ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि दोनों ही देशों के लिए आतंकवाद बढ़ी समस्या बन गया है। अब मिलकर कट्टरपंथी आतंकी विचारधारा को खत्म करेंगे। अमेरिका ने सैय्यद सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकवादी करार देने के बाद यह साफ हो गया है कि अब सलाउद्दीन पर शिकंजा कस सकता है। इस दौरान 26/11 हमले के साथ ही पठानकोट व अन्य क्रॉस बॉर्डर हमलों के आरोपियों को सजा दिलाने पर भी बात की गई।

दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत भी हुई। जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी ने व्हाइट हाउस में मेरा स्वागत किया। यह सम्मान की बात है, इसके लिए उनका और उनकी पत्नी का धन्यवाद देता हूं। यह सम्मान 125 करोड़ देशवासियों का सम्मान हैं। भारत की विकास यात्रा व ऐतिहासिक प्रगति पर राष्ट्रपति ट्रंप ने गहरा अध्ययन किया है। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक बहुत अच्छे ही प्रधानमंत्री हैं। उनके बारे में मैंने पढ़ा है, उनका काम शानदार है। आर्थिक मोर्चे पर भारत को आगे ले जा रहे हैं पीएम मोदी। इसके लिए उन्हें बधाई।

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