नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप में घुसने का प्लान सीआरपीएफ कमांडेट इकबाल अहमद की सजगता से विफल हो गया। यही वजह रही कि इकबाल अहमद ने बिना समय गवाएं पलक झपकते ही आतंकियों से लोहा लेने मोर्चे पर जा डटे और अपने साथियों के साथ उन्हें मार गिराया। कमांडेट इकबाल अहमद के शौर्य को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी सराहा।
दरअसल जिस समय आतंकी घटना घटी उस दौरान कमांडेट इकबाल सुबह सहरी के लिए उठे थे। रोजा रखने के लिए वो सुबह खाने की तैयारी कर रहे थे। वहीं कैंप में मौजूद श्वान लगातार भौंकते हुए कैंप में किसी अनजान शख्स के घुस आने का इशारा कर रहे थे। इसी दौरान वायरलैस पर उन्हें कैंप में आतंकियों के घुस आने की सूचना मिली। वायरलैस पर संदेश मिलने के साथ ही इकबाल बिना समय गवाएं अपनी बंदूक उठा मौके की ओर दौड़ पड़े।
हमले के वक्त इकबाल आतंकियों से महज 300 मीटर की दूरी पर थे। उन्होंने अपने साथियों कंपनी कमांडर शंकरलाल जाट, पंकज हल्लू, गार्ड कमांडर पंकज कुमार, कांस्टेबल दिनेश राजा, प्रफुल्ल कुमार सहित अन्य के साथ मोर्चा लेने में जुट गए। उन्होंने अपना सटीक निशाना लगाते हुए चारों आतंकियों को ढेर कर दिया। कमांडेट इकबाल सहित अन्य जवानों की गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रशंसा की।
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