उज्जैन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जब उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया, तो चारों ओर इसी जयघोष की गूंज सुनाई दी। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रक्षा सूत्र (कलावे) से बनाए गए 15 फीट ऊंचे शिवलिंग की प्रतिकृति से मोदी ने रिमोट के जरिए जैसे ही आवरण हटाया, अध्यात्म का यह नया आंगन सभी के लिए खुल गया। इससे पहले मोदी ने महाकाल के दर्शन किए और साष्टांग मत्था टेका। महाकाल को चंदन, मोगरे और गुलाब की माला अर्पित कर जनेऊ चढ़ाया। सूखे मेवे और फल का भोग लगाया। दक्षिणा अर्पित की। वे संध्या आरती में भी शामिल हुए। महाकाल के दक्षिण दिशा में बैठकर रुद्राक्ष की माला से 3 मिनट तक जप करते हुए ध्यान लगाया। ‘महाकाल लोक’ प्रोजेक्ट दो फेज में 856 करोड़ रुपए की लागत से डेवलप किया जा रहा है। इसके जरिए 2.8 हेक्टेयर में फैला महाकाल परिसर 47 हेक्टेयर का हो जाएगा। इसमें 946 मीटर लंबा कॉरिडोर है, जहां से श्रद्धालु गर्भगृह पहुंचेंगे। कार्यक्रम स्थल पर वाटर प्रूफ डोम बनाया गया है, जहां 60 हजार लोग मौजूद रहेंगे।
इस दौरान क्षिप्रा के तट पर इस प्रोग्राम को दिखाने के लिए बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। ये प्रोग्राम 40 देशों में लाइव दिखाया जा रहा है। उज्जैन में रात को हेलिकॉप्टर के उड़ने और उतरने की सुविधा नहीं है। वापसी में प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से इंदौर जा सकते हैं। इसी संभावना को देखते हुए उज्जैन के बीच 60 KM लंबे हाईवे को स्पेशल लाइटिंग के जरिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। महाकाल का गर्भगृह और नंदी हाल के साथ ही परिसर के सभी मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से नहाए हुए हैं। यहां 40 से अधिक छोटे-बड़े मंदिरों और कोटितीर्थ कुंड के आस-पास पुष्प सज्जा भी की गई है। मंदिर समिति के अधिकारियों ने बताया कि सजावट के लिए सात शहरों से फूल मंगाए गए हैं। इनमें देसी गुलाब, गेंदा, सुगंधित पुष्प इसके अलावा विशेष किस्म के डच गुलाब, जरबेरा, लिली, रजनीगंधा, एंथोरियम शामिल हैं। विशेष किस्म के फूल पुणे और बेंगलुरु से मंगाए गए हैं।
प्रधानमंत्री के महाकाल लोक अवलोकन के दौरान मध्यप्रदेश की मालवा संस्कृति का नृत्य, गुजरात का गरबा, केरल के कलाकार कथक और आंध्र प्रदेश के कलाकार कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति देंगे। खास बात यह है कि झारखंड के ट्राइबल एरिए से आए 12 कलाकार पीएम मोदी के सामने अपनी सांस्कृतिक परंपरा अनुसार भस्मासुर की प्रस्तुति देने के लिए पहुंचे। पीएम इलेक्ट्रिक व्हीकल से महाकाल लोक का अवलोकन करेंगे। इस दौरान वे कलाकारों से भी मिल सकते हैं। प्रधानमंत्री के इंदौर से उज्जैन जाने के लिए वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं। ‘एमआई 17वी5’ मीडियम लिफ्ट चॉपर्स खासतौर पर वीआईपी ड्यूटी के लिए तैयार और मोडिफाई किए गए हैं। पीएम की सुरक्षा में 6 हजार पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसमें प्रदेशभर से अधिकारियों के साथ स्पेशल टीम शामिल है। बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वॉड की 12 टीम अलग-अलग पॉइंट पर तैनात हैं। उज्जैन में डीआरपी लाइन, इंदौर रोड, महामृत्यंजय चौराहा, आस्था गार्डन तिराहा, शांति पैलेस तिराहा, हरिफाटक ओवर ब्रिज, त्रिवेणी संग्रहालय, हरसिद्धि चौराहा, शिप्रा नदी का छोटा ब्रिज, सिंहस्थ द्वार दोपहर 3 बजे से आम लोगों के लिए बंद कर दिए गए हैं।

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