Chief minister, ashok gahlot

प्राथमिकता से श्रमिकों की वापसी के प्रयास जरुरी-राज्यमंत्री बामनिया
गृह जिले में वापसी के लिए जरूरतमंद श्रमिकों को मिले पहली प्राथमिकता
सीएम ने लिया सांसद, विधायकों से लिया फीडबेक

जयपुर, 10 मई। राज्य के जनजाति क्षैत्रीय विकास विभाग (स्वतंत्र प्रभार) उद्योग एवं राजकीय उपक्रम राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले से अन्य राज्यों में रोजगार के लिए श्रमिकों की वापसी के लिए प्राथमिकता तय कर श्रमिकों की वापसी अन्य राज्यों से आवश्यक है। जिससे अधिक जरूरतमंद श्रमिक प्राथमिकता के साथ गृह जिले में पहुंच सके। इसके लिए सर्वप्रथम ऎसे श्रमिकों जो कि अन्य राज्यों में कुछ समय के लिए रोजगार के लिए जाते है तथा शेष समय गृह जिले में कृषि इत्यादि कार्यो में रहते है उन्हे प्रथम प्राथमिकता के साथ गृह जिले में लाया जाए इसके पश्चात अन्य कार्यो में रोजगार के लिए अन्य राज्यों में गए लोगों को गृह जिले में प्राथमिकता के साथ वापसी का प्रयास किया जाए, ताकि श्रमिकों एवं प्रवासी लोगों को राहत मिल सके।

यह बात रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ली गई वीडियो कान्फेन्स में बांसवाड़ा जिला कलैक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण सेवा केन्द्र के वीसी कक्ष में उपस्थित राज्यमंत्री, क्षेत्रीय सांसद एवं विधायकों की वीडियो कान्फ्रेन्स के दौरान राज्यमंत्री बामनिया ने कही।

वीसी में राज्यमंत्री बामनिया ने बताया कि मनरेगा में रोजगार के लिए श्रमिक नियोजन किया जा रहा है साथ ही आवश्यकता अनुसार समय-समय पर श्रम नियोजन के बढाने का कार्य को भी प्राथमिकता से किया जा रहा है। रोजगार पर लगे श्रमिकों के स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से सोशल डिस्टेन्स का सख्ती से पालन करवाने, कार्य स्थल मास्क लगवाने, कार्य स्थलों पर छाया एवं पीने के पानी के पर्याप्त प्रबन्धों को सुनिश्चित कर श्रमिकों को राहत प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि आगामी खरीफ फसल की बुवाई के लिए कृषकों को खाद-बीज उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है तथा मक्का एवं सोयाबीज के मिनीकीट्स वितरण के लिए तैयारी प्रारंभ कर दी गई है, जिसे समय पर वितरण कर दिया जाएगा।

वीडियो कान्फ्रेन्स में प्रभारी मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने भी बांसवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण के समय आम जन को राहत प्रदान करने के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर बताया कि इस संबंध में शनिवार को वीसी के माध्यम से सभी योजनाओं एवं कार्यो से पात्र लोगों को लाभान्वित किए जाने संबंधी कार्यो की समीक्षा कर जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है।

वी.सी. में बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा ने प्रवासी, श्रमिकों को लाने की व्यवस्था के संदर्भ में अन्य राज्यों में रह रहे जिले के श्रमिकों की दिक्कतों से अवगत कराया तथा इन्हे प्राथमिकता के तौर पर लाने की व्यवस्थाएं किए जाने पर जोर दिया। सांसद ने अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिकों के रोजगार की व्यवस्था की बात भी वीसी में रखी तथा कहा कि मनरेगा में रोजगार के अवसर बढाकर इन श्रमिकों को लाभान्वित किया जावें। सांसद ने इन दौरान खाद्य सुरक्षा से वंचित रह गए पात्र व्यक्तियों को जोडकर लाभान्वित करने की बात कही। उन्होंने बांसवाड़ा-डूंगरपुर जिलों में गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल व्यवस्था के माकूल बंदोबस्त करने के लिए कलस्टर योजना के तहत जोडने की बात कही। इस पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के अन्य राज्यों में शेष रहे श्रमिकों की सूची बनाकर उन्हे भेजने को कहा ताकि प्राथमिकता के साथ इन श्रमिकों की वापस सुनिश्चित की जा सके। सांसद कनकमल कटारा ने कोरोना संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम को लेकर जिले में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

वीडियो कान्फ्रेन्स में बागीदौरा के विधायक महेन्द्रजीतसिंह मालवीया, कुशलगढ विधायक श्रीमती रमिला खडिया, गढी विधायक कैलाश मीणा, घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा ने जिले के कोरोना संक्रमण के समय उत्पन्न परिस्थितियों एवं जरूरतमंदों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया। वीसी में कुशलगढ विधायक श्रीमती रमिला खडिया ने कुशलगढ में पेयजल की समस्या, कैलाश मीणा ने मक्का खरीद केन्द्र खोलने, हरेन्द्र निनामा ने माही की नहरों, माइनरों संबंधी कार्य स्वीकृत करने की बात कही। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सांसद, विधायकों की बातों को सुना तथा सभी से आग्रह किया कि वे अपने अपने क्षेत्र से जुडी समस्याओं, कार्यो की जानकारी लिखित में भिजवा दे ताकि उन पर कार्य कर आम जन को राहत प्रदान की जा सके।

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