जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवान विपरीत परिस्थितियों में देश प्रेम का जज्बा रखते हुए दुश्मन को करारा जवाब देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि वे सरहद पर जवानों से मिलकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पूरा प्रदेश सरहद पर तैनात जवानों के साथ है।
गहलोत ने बुधवार को बाड़मेर जिले में गडरा रोड एवं जैसलमेर जिले में बाबलीयान सीमा चौकी पर जवानों से रूबरू होते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान गर्मी में 50 डिग्री तापमान एवं कंपकंपाती सर्दी में यहां ड्यूटी करते हैं। पूरे देशवासियों को उन पर गर्व है। यहां सीमा सुरक्षा बल, सेना एवं जिला प्रशासन में अच्छा तालमेल बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में जवानों की जितनी हौसला अफजाई की जाए कम है। कश्मीर में जवानों पर आतंकी हमले के बाद सरहद पर अलग तरह की परिस्थितियां बनी हैं, लेकिन जवान हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पर तैनात जवानों को अधिक सुविधाएं मिल सकें। इस दिशा में प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों को अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रत्येक सेक्टर में 11 लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से उपलब्ध कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की ओर से सीमा सुरक्षा बल वाहिनी के लिए स्मृति चिन्ह एवं जवानों के लिए फल भेंट किए गए। उन्होंने सीमा चौकी पर स्थित व्यू पॉइंट से सरहद का जायजा भी लिया।
सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक श्री गुरपाल सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल किसी भी खतरे से निपटने में सक्षम है। उन्होंने बीएसएफ के गौरवपूर्ण इतिहास एवं सीमा सुरक्षा के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाले मोहम्मद, विधायक श्री अमीन खान, श्री मेवाराम जैन, श्री पदमाराम मेघवाल, रूपाराम धनदेव सहित जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।