Padmavati

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री उमा भारती और गिरिराज सिंह तथा तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह के बाद उज्जैन से भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय भी संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म “पद्मावती” के परदे पर उतरने से पहले इसके विरोध में उतर आये हैं। मालवीय ने अपने फेसबुक खाते पर कल छह नवंबर को लिखा, “भंसाली जैसे लोगों को कोई और भाषा समझ नहीं आती, इन जैसे लोगों को सिर्फ जूते की भाषा ही समझ आती है। यह देश रानी पद्मावती का अपमान नहीं सहेगा। हम गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़खानी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते।” 48 वर्षीय भाजपा सांसद ने कहा, “मैं फिल्म पद्मावती का पुरजोर विरोध और बहिष्कार करता हूँ। मेरे शुभचिंतकों से अनुरोध करता हूँ कि इस फिल्म को बिल्कुल न देखें । फिल्म बनाकर चन्द पैसों के लालच के लिये इतिहास से छेड़छाड़ करना शर्मनाक और घृणित कार्य है।” गौरतलब है कि हैदराबाद के गोशमहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने आज तेलंगाना में उन थियटरों में आग लगा देने की धमकी दी है, जिनमें फिल्म ‘पद्मावती’ को चलाया जाएगा। राजा ने ये बात फेसबुक पर कमेंट के जरिए कही है।

गत रविवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था, ‘‘क्या भंसाली या किसी और शख्स में दम है कि किसी और धर्म पर फिल्म बनाए या उस पर टिप्पणी करे?” इससे पहले शनिवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने पद्मावती ने निर्माताओं के खिलाफ एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा कि कलाकारों को अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन वह तथ्यों को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मालवीय ने फेसबुक पर लिखा, “अलाउद्दीन खिलजी के दरबारी कवियों द्वारा लिखे गये गलत इतिहास पर संजय लीला भंसाली ने पद्मावती फिल्म बना दी है। यह न सिर्फ गलत है, बल्कि निंदनीय है। जिन फिल्मकारों के घरों की स्त्रियां रोज अपने शौहर बदलती हैं, वे क्या जाने जौहर क्या होता है? अभिव्यक्ति के नाम पर भंसाली की मानसिक विकृति नहीं सहन की जायेगी।” मालवीय ने “पीटीआई-भाषा” से कहा कि उन्होंने यह फेसबुक पोस्ट “व्यक्तिगत हैसियत” से लिखी है और वह इस पर कायम हैं।

इस पोस्ट की आपत्तिजनक भाषा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “यदि फिल्म उद्योग अपनी मर्यादा तोड़ेगा, तो वह समाज और उसके नुमाइंदों से मर्यादा में रहने की अपेक्षा नहीं कर सकता।” दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह की प्रमुख भूमिकाओं वाली “पद्मावती” एक दिसंबर को परदे पर उतरने वाली है, इसका ट्रेलर जारी हो चुका है। यह पूछे जाने पर कि फिल्म के रिलीज होने से पहले ही इसके बहिष्कार की अपील का क्या औचित्य है, भाजपा सांसद ने जवाब दिया, “सब जानते हैं कि यह फिल्म मालिक मोहम्मद जायसी की कल्पना से रचित महाकाव्य “पद्मावत” पर बनी है। पद्मावती के फिल्मकार (भंसाली) ने अपने स्तर पर और कल्पनाएं कर लीं तथा फिल्म बनाने के लिये देश के स्वर्णिम इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने के साथ जौहर की परंपरा को अपमानित किया।” इस बीच, कांग्रेस ने मांग की है कि आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट के लिये मालवीय को भाजपा से निष्कासित किया जाना चाहिये और उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाये जाने चाहिये।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, “हम भी रानी पद्मावती को भारतीय नारियों की आदर्श मानते हैं। लेकिन भाजपा सांसद ने अपनी घोर आपत्तिजनक पोस्ट में देश की अन्य महिलाओं का जो अपमान किया है, उसे कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता।”

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