Padmavat controversy

मुंबई : विवादित फिल्म ‘पद्मावती’ को उच्चतम न्यायालय द्वारा 25 जनवरी को देश भर में रिलीज करने की मंजूरी दिए जाने पर संतोष प्रकट करते हुए हिंदी फिल्म जगत की प्रमुख हस्तियों ने कहा कि इस फैसले से भारतीय न्यायपालिका के प्रति उनकी आस्था और मजबूत हो गयी है। शीर्ष न्यायालय ने राजस्थान और गुजरात में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने वाली अधिसूचनाओं और आदेशों पर आज रोक लगा दी। अभिनेता आयुष्मान खुराना एवं राहुल देव, निर्देशक मधुर भंडारकार और लेखक चेतन भगत ने सही समय पर हस्तक्षेप करने के लिए न्यायालय का आभार जताया।

आयुष्मान ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह दिन की सबसे अच्छी खबर है जिससे लोकतंत्र में हमारा विश्वास मजबूत होता है। उच्चतम न्यायालय ने पद्मावत पर चार राज्यों द्वारा लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया और दूसरे राज्यों के इस तरह के आदेश जारी करने पर रोक लगा दी।’’ भंडारकर ने ट्वीट किया, ‘‘मैं पद्मावत पर लगी रोक हटाने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करता हूं। पूरी टीम को बधाई।’’ भगत ने लिखा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सेंसर बोर्ड से मंजूरी प्राप्त पद्मावत पर राज्य रोक नहीं लगा सकते। शानदार फैसला। हर बात धौंस दिखाने वालों के हिसाब से बातें तय नहीं हो सकती। दूसरे लोगों की तरह ही कलाकारों को भी भारत में अभिव्यक्ति की आजादी है। मामले से जुड़े राज्यों को फैसले का सम्मान करना चाहिए और धौंस दिखाने वालों पर लगाम लगानी चाहिए।’’ राहुल ने हरियाणा में फिल्म पर रोक लगाने को नाबालिगों के बलात्कार के मामलों से ज्यादा महत्व देने के लिए मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार की आलोचना की।

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