avaidh khanan

लखनऊ। देश में भ्रष्टाचार किस कदर पनप रहा है यह तो सब जानते ही हैं. मगर बड़े अधिकारियों और सरकार की बागडोर संभालने वाले अफसरों पर कितने छापे पड़ते हैं और कितनी कार्रवाई होती है यह भी सब जानते हैं मगर कई बार जब ऐसी खबर आती है, तो सारे देश का ध्यान इस और स्वत: ही चला जाता है जी हां अवैध खनन के मामले में सेंट्रल ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की टीमों ने लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन समेत कुल 12 जगहों पर छापेमारी की। सीबीआई टीम ने लखनऊ स्थित हुसैनगंज में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास पर भी छापा मारा। सफायर अपार्टमेंट में सीबीआई ने छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं।

अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पूर्व की समाजवादी सरकार में बी. चंद्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर में भी हुई थी। उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग खनन के पट्टे कर दिए थे। हालांकि, उस दौरान ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों को स्वीकृत करने का प्रावधान था। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी करते हुए ऐसा किया गया था। बता दें कि सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा ऐक्टिव रहने वाले आईएएस अफसरों में बी. चंद्रकला की भी गिनती होती है। 2008 बैच की उत्तर प्रदेश काडर की आईएएस बी. चंद्रकला तेलंगाना की मूल निवासी हैं।

चंद्रकला सबसे पहले चर्चा में तब आई थीं, जब 2014 में बुलंदशहर में डीएम के रूप उन्होंने एक खराब निर्माण कार्य के लिए स्थानीय अधिकारियों को सरेआम लताड़ लगाई थी। इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। फरवरी 2018 में बी. चंद्रकला को केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का प्राइवेट सेक्रटरी नियुक्त किया गया था। बी. चंद्रकला इससे पहले पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय में डेप्युटी सेक्रटरी के पद पर नियुक्त थीं। चंद्रकला ने यूपीएससी परीक्षा में 409वां रैंक हासिल किया था, जिसके बाद उन्हें यूपी काडर में पोस्टिंग दी गई थी।

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