Asaram
Asaram Bapu's decision to sexually abduct a minor girl in Jodhpur Central Jail will come out today. There is complete preparation for the decision.

जयपुर। जोधपुर सेन्ट्रल जेल में यौन शोषण मामले में बंद आसाराम बापू रिहा होंगे या जेल में रहेंगे, इसका फैसला बुधवार को आएगा। फैसला सुनाने के लिए जेल में ही कोर्ट लगेगी। वहां सिर्फ कोर्ट न्यायाधीश व स्टाफ, आसाराम व अन्य चार आरोपी, सरकारी और बचाव पक्ष के वकील, पुलिस और जेल के अफसर ही मौजूद रहेंगे। फैसले को लेकर खासी उत्सुकता बनी हुई है। आसाराम बापू के भक्त भी बड़ी तादाद में आ सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने भी कड़े सुरक्षा इंतजाम किए है। बाबा राम रहीम के दुष्कर्म केस के फैसले के दिन पंचकूला में भड़की हिंसा को देखते हुए जोधपुर पुलिस पहले से ही सचेत है। धारा 144 लागू कर रखी है, जो तीस अप्रेल तक रहेगी। फैसले के दिन पंचकूला जैसे हालात नहीं बने, इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है। वाहनों और होटलों की गहन चैकिंग हो रही है। संदिग्धों को जिले से बाहर भेजा रहा है या पाबंद किया जा रहा है।

नाबालिग से यौन शोषण और बंधक बनाने के मामले में आरोपी आसाराम बापू और चार साधकों के खिलाफ बुधवार को फैसला आएगा। पॉक्सो एक्ट मामले की विशेष कोर्ट जोधपुर सेन्ट्रल जेल में आसाराम व अन्य आरोपियों के खिलाफ फैसला देगी। बुधवार को आने वाले फैसले के लिए जोधपुर पुलिस ने जोधपुर की सुरक्षा कड़ी कर दी है। फैसले के दिन आसाराम के समर्थक और भक्त बड़ी संख्या में आ सकते हैं। ऐसे में जोधपुर जेल में ही फैसले की सुनवाई का फैसला किया गया। कोर्ट ने भी इसकी मंजूरी दे दी। जेल की भी कड़ी सुरक्षा की गई है। दुष्कर्म मामले में आसाराम बापू की कोर्ट में सामान्य तारीख पेशी में ही सैकड़ों भक्त कोर्ट परिसर में पहुंच जाते थे। इस दौरान भक्तों व पुलिस में कई बार झड़प भी हो चुकी है। वे पुलिस वाहन के आगे लेट जाते थे। ऐसे में संभावना है कि कल बड़ी संख्या में भक्त आएंगे। इसलिए पुलिस भी शहर की होटलों, धर्मशालाओं में चैकिंग कर रही है, साथ ही रेलवे स्टेशन, रोडवेज आगारों पर भी कड़ी नजर रखी हुई है। रेलवे स्टेशन और रोडवेज स्टेण्डों पर भारी पुलिस बल तैनात किया है। हाइवे भी नजर रखी जा रही है। टोल नाकों पर वाहनों की जांच शुरु कर दी गई है।

संदिग्ध दिखने पर वाहनों को जोधपुर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। विदेशी पर्यटकों को छोड़ होटल में ठहरे हर भारतीय पर्यटक व यात्री की आईडी देखी जा रही है। जोधपुर आने का कारण पूछा जा रहा है। संदिग्ध दिखाई देने पर उन्हें जोधपुर शहर छोड़ने को भी कहा जा रहा है। जोधपुर जेल के आस-पास कड़े सुरक्षा प्रबंध कर दिए गए हैं। कल किसी को भी जेल की तरफ आने नहीं दिया जाएगा। जोधपुर में आसाराम के आश्रम खाली करवा लिए गए हैं। दूसरे आश्रमों में भी भक्तों के ठहरने संबंधी जांच करवाई गई है। पुलिस ने कोर्ट न्यायाधीश, पीडिता, सरकारी वकील को भी सुरक्षा दी गई है। गौरतलब है कि पीडिता ने आसाराम बापू व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई कि वह आसाराम बापू के गुरुकुल में पढ़ाई करती है और उसके माता-पिता बापू के भक्त है। उसे मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। उसके इलाज के लिए वह माता-पिता के साथ 15 अगस्त, 2013 को जोधपुर के मणाई गांव स्थित फार्म हाउस पर आई थी। वहां आसाराम बापू ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसकी शिकायत माता-पिता को की तो उसे बंधक बनाकर धमकाया। बाद में वहां से दिल्ली जाकर कमला नगर पुलिस थाने में आसाराम व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई। वहां से प्राथमिकी जांच के लिए जोधपुर रैफर कर दी गई। जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त, 2013 को इन्दौर से आसाराम बापू को अरेस्ट किया। इस मामले में चार अन्य आरोपियों को पकड़ा। तभी से ये सभी जोधपुर जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इनकी जमानतें मंजूर नहीं की। इस केस के बाद गुजरात, राजस्थान में आसाराम के खिलाफ ओर भी आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं, जिनकी भी जांच चल रही है।

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