जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि किसान एवं पशुपालक देश एवं प्रदेश के विकास की मुख्य धुरी हैं। प्रदेश की आबादी के इस बड़े वर्ग के कल्याण के लिए राज्य सरकार ने अनूठी पहल करते हुए पहली बार अलग से कृषि बजट प्रस्तुत किया। हमारी सरकार की पुरजोर कोशिश है कि किसानों की आय बढ़े और उनके घर में खुशहाली आए।
गहलोत राज्य बजट में की गई घोषणाओं के लिए मंगलवार को आभार व्यक्त करने मुख्यमंत्री निवास पहुंचे किसानों एवं पशुपालकों सहित अन्य प्रतिनिधिमंडलों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कार्यकाल में मैंने मुख्यमंत्री पशुधन निशुल्क दवा योजना तथा पशुपालकों को प्रति लीटर 2 रूपये दुग्ध अनुदान के रूप में देने जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थीं। इस बार के बजट में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत अनुदान 2 रूपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 5 रूपये प्रति लीटर करने, वर्ष 2012 तक के कृषि कनेक्शनों की पंेडेन्सी समाप्त करने जैसी अहम घोषणाएं की हैं। कृषि में नवाचारों तथा तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई कृषि कॉलेज भी खोले गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद हमारी सरकार ने शानदार बजट प्रस्तुत किया है। इसमें हर वर्ग की जरूरतों का ध्यान रखा गया है। शिक्षा, चिकित्सा, पानी, बिजली, सामाजिक सुरक्षा सहित सभी क्षेत्रों में कल्याणकारी घोषणाएं की गई हैं। राज्य में सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ाते हुए 90 लाख लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि गांव-ढाणी में बसे जरूरतमंद एवं जागरूकता के अभाव में वंचित लोगों तक भी इन बजट घोषणाओं का लाभ पहुंचाएं।
बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड के अध्यक्ष संदीप चौधरी ने कहा कि गहलोत की बजट घोषणाओं से किसानों सहित सभी के चेहरों पर खुशी है। प्रदेश के कोने-कोने में बजट की चर्चा हो रही है। पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी ने भी संबोधित किया।
अजमेर, कोटा, भरतपुर, पाली, दौसा, बड़ी सादड़ी, परबतसर, लाखेरी, चिडावा, टोडाभीम आदि स्थानों से भी अलग-अलग वर्गों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधिमंडल आभार व्यक्त करने मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुन बामनिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY