लंदन। शोधकतार्ओं ने मकड़ी के रेशम से बने दिल के मांसपेशीय ऊतक बनाए गए हैं। इन ऊतकों का निर्माण यह जांच करने के लिए किया गया है कि ‘कृत्रिम रेशम प्रोटीन’ हृदय के ऊतक के निर्माण के लिए उपयुक्त हो सकते है या नहीं। इस्केमिक बीमारियों- जैसे कार्डियक इन्फ्रेक्शन से हृदय की मांसपेशीय कोशिकाओं की स्थायी हानि का कारण बनती है। इसकी वजह से दिल की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिसका दिल के कार्य पर असर पड़ता है। जर्मनी के इरलगेन-नर्नबर्ग (एफएयू) स्थित फ्रेडरिक एलेक्जेंडर विश्वविद्यालय के शोधकतार्ओं के अनुसार, रेशम कृत्रिम दिल के ऊतक बनाने में कारगर हो सकता है। रेशम की संरचना व यांत्रिक स्थिरता देने का कार्य फाइब्रोनिन प्रोटीन करता है। शोध का प्रकाशन पत्रिका एडवांस्ड फक्शनल मटेरियल्स में किया गया है। शोधकतार्ओं के दल ने दिल के ऊतकों के निर्माण के लिए प्रयोगशाला में उत्पादित रेशम प्रोटीन ईएडीएफ4की उपयुक्तता की जांच की है।

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