जयपुर। जयपुर के सरकारी सवाई मानसिंह अस्पताल में 16 साल की एक किशोरी के दिल का आॅपरेशन छाती में बायीं ओर सिर्फ पांच इंच के छोटे से चीरे से किया गया है। आॅपरेशन करने वाले डाॅक्टर इसे विश्व में अपनी तरह की पहली सर्जरी होने का दावा कर रहे है। सवाई मानसिंह अस्पताल में कार्डियोथेरेसिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. अनिल शर्मा ने यह आॅपरेशन किया है। उनके पास 16 वर्ष की उम्र की किशोरी आई थी। इसके दिल में चार गुना साढे तीन सेंटीमीटर का छेद था और दायां निलय दो भागों में बंटा हुआ था। इसके अलावा पल्मनेरी वाॅल्व भी सिकुडा हुआ था। इन सबके चलते इसके फेफडे में खून जाना लगभग बंद हो गया था। मरीज के शरीर में नीलापन बढता जा रहा था और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके अलावा पेट में अफरा और लीवर में सूजन भी थी। ऐसी बीमारी एक हजार में से एक बच्चे में पाई जाती है। डाॅण् शर्मा ने बताया कि आमतौर पर इस बीमारी के आॅपरेशन के लिए छाती की हड्डी काट कर आॅपरेशन किया जाता है जो काफी जटिल है। इसके अलावा जांघ में चार सेमीण् तथा तीन अन्य छोटे.छोटे चीरे लगाने पडते हैंए लेकिन उन्होंने यह आॅपरेशन छाती में चीरा लगाने के बजाए छाती के दाईं ओर सिर्फ पांच इंच का चीरा लगा कर किया है। इसके अलावा अन्य कहीं भी चीरा नहीं लगाया गया है। आॅपरेशन में करीब चार घंटे लगे और बहुत मामूली रक्त की जरूरत पडी। आॅपरेशन पूरी तरह सफल रहा और दिल का छेद भी बंद कर दिया गया। मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया से आॅपरेशन करने में मरीज को तीन से पांच दिन में छुट्टी मिल जाती है औश्र सबसे बडी बात यह होती है कि शरीर मे सामने की तरफ कोई निशान नहीं पडता। महिला मरीज आसानी से ब्लाउज व साडी जैसे परिधन पहन सकती है। उन्होनंे बताया कि इस सर्जरी की प्रक्रिया को विश्व भर के मेडिकल जर्नल्स में भेजा जाएगा।

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