नागौर। आनंदपाल एनकाउंटर मामले में अब भी नई-नई खबरे निकल कर आ रही है। अब एक नया मामला सामने आया जिसमें कहा जा रहा है कि आनंदपाल एनकाउंटर के बाद 12 जुलाई को सांवराद में जो उपद्रव हुआ था उसमें चूरू के सुरेंद्र सिंह के अलावा गुजरात के सुई गांव के मोती सिंह परमार की भी घायल होने के बाद मौत हो गई थी। मोती सिंह के परिजनों को रविवार को कुचामन में बुलाकर जब कुछ लोगों ने 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी तो पूरा मामला सामने आया। मोती सिंह 12 जुलाई की रैली में शामिल होने सांवराद आया था।

उपद्रव में वह भी घायल हुआ और पुलिस के डर से अपने कुछ साथियों के साथ डीडवाना में प्राथमिक उपचार लेकर सीकर चला गया था। सीकर से ब्यावर पहुंचने के बाद 13 जुलाई को उसकी मौत हो गई थी। शव का गुजरात में परिजनों ने अंतिम संस्कार किया। हालांकि नागौर पुलिस को मोती सिंह की मौत के बारे में 5 अगस्त को ही पता चल गया था जब उसके परिजनों ने इस मामले की जांच के लिए जसवंतगढ़ पुलिस को पत्र भेजा था। पुलिस ने मामले में जांच के लिए एक टीम गुजरात भी भेजी थी। मोती सिंह की मौत की पुष्टि नागौर पुलिस भी कर रही है। जसवंतगढ़ थानाधिकारी इंद्रराज मारोडिय़ा ने बताया कि इस संबंध में उनके थाने को एक पत्र भी मिला था, जिसमें दावा किया गया था कि दो लोग जिनमें एक मोती सिंह भी था, 12 जुलाई को सांवराद ट्रेन से आए थे। पत्र में लिखा गया है कि 12 जुलाई को सांवराद में रैली के बाद उपद्रव होने पर आंसू गैस छोड़े जाने के बाद भगदड़ में मोती सिंह भी घायल हो गया था।

LEAVE A REPLY