– इन्दिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के उद्धाटन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्मार्टफोन से महिलाओं को काफी फायदा होगा।
जयपुर. राजस्थान की महिलाओं को आज से मुफ्त स्मार्टफोन देने की शुरुआत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के बिरला सभागार से की। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना का उद्धाटन करते हुए गहलोत ने कि आज एक बजट घोषणा पूरी होने जा रही है। इससे स्पष्ट होता है कि हम केवल वादा नहीं करते निभाते भी हैं। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में सेमीकंडक्टर चिप की कमी है इस कारण मोबाइल नहीं बन रहे हैं। इसलिए अलग-अलग फेज में मोबाइल दिए जाएंगे। पहले फेज में 40 लाख महिलाओं को मोबाइल बांटने का लक्ष्य रखा है। वहीं, अगले फेज में 80 लाख मोबाइल दिए जाएंगे। बिरला सभागार में मोबाइल लेने पहुंची लाभार्थी लड़कियों ने बताया मोबाइल से पढ़ाई करने में मदद मिलेगी। कॉलेज के सभी मैसेज मिल पाएंगे। हमारे डाउट्स क्लीयर हो पाएंगे। ग्रामीण महिलाओं को बहुत सपोर्ट मिलेगा। सरकार की योजनाओं के बारे में भी पता चलेगा। आज से ही जिला स्तर पर भी स्मार्टफोन बांटने की शुरुआत हुई है। गहलोत ने कहा यह स्मार्टफोन महिलाओं को मजबूत सशक्त बनाएगा और यह महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। मोदी और बीजेपी के लोग कहते हैं कि रेवड़ियां बांट रहे हैं। ये रेवड़ियां नहीं है, यह महिला सशक्तिकरण के लिए दिया है। उन्होंने कहा कि 2030 तक राजस्थान देश के टॉप राज्यों की श्रेणी में आकर खड़ा हो जाए इसके लिए हम सब से सुझाव लेंगे। साल 2030 में कौन मुख्यमंत्री रहेगा यह अलग बात है लेकिन हमें प्रदेश के अग्रणी पंक्ति में लाकर खड़ा करना है।
गहलोत ने कहा हम 2 अक्टूबर को अहिंसक क्रांति के लिए एक बड़ी रैली करेंगे। जिससे देश में प्रेम और भाईचारे का मैसेज जाए। उन्होंने कहा कि गुजरात में शराबबंदी केवल नाम मात्र की है, देश में सबसे ज्यादा अगर शराब पी जाती है तो गुजरात में पी जाती है। गहलोत ने पीएम और केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में क्या हो रहा है इसकी उन्हें परवाह नहीं है। मणिपुर में क्या हो रहा है केंद्र को परवाह नहीं है। एक राज्य 3 महीने से जल रहा है ,पार्लियामेंट चल नहीं पा रही है क्या कुछ नहीं हो रहा है देश में। इस माहौल को ठीक करने की जिम्मेदारी हर भारतवासी की है।
-प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं एवं छात्राओं को स्मार्टफोन
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में डिजिटल सखी हैण्डबुक ‘सीखो डिजिटल, सिखाओ डिजिटल’ का विमोचन भी किया। हैण्डबुक में मोबाइल के उपयोग सम्बन्धी समस्त जानकारियां रंगीन चित्रों के साथ समाहित की गई हैं। इस अवसर पर इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना से संबंधित लघु वीडियो फिल्म भी प्रदर्शित की गई। योजना के अंतर्गत चिरंजीवी परिवारों की 1.35 करोड़ महिलाओं को 3 साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्टफोन दिये जाएंगे। प्रथम चरण में 40 लाख महिलाओं एवं छात्राओं को स्मार्टफोन दिये जाने की गुरुवार से शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 50 प्रतिशत वादे पूरे कर लिए गए हैं। इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के माध्यम से राज्य सरकार अपना एक और वादा पूरा कर रही है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक स्मार्टफोन के लिए 6800 रुपये लाभार्थियों को डीबीटी किये जा रहे हैं तथा प्रारम्भ में 20 जीबी डाटा उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चिप का संकट होने से मोबाइल बनना बंद हो गए, जिसके चलते योजना को क्रियान्वित करने में कुछ देरी हुई। अब शिविरों में महिलाओं को बिना किसी परेशानी के ससम्मान स्मार्टफोन उपलब्ध करवाये जाएंगे। साथ ही, कैम्प में उन्हें मोबाइल चलाने की जानकारी भी मिलेगी। लाभार्थियों को 3 साल तक निःशुल्क इंटरनेट डेटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना के दूसरे चरण में 80 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। महिलाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध करवाना रेवड़ी नहीं होकर महिला सशक्तिकरण का एक माध्यम है। मोबाइल के अनेक तरह के उपयोग हैं, जिनसे जीवन सुगम होता है।
– 15 अगस्त से अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की शुरूआत
महंगाई की मार कम करने के लिए 15 अगस्त से अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की शुरूआत होगी, जिसके अंतर्गत 1 करोड़ से अधिक परिवारों को निःशुल्क राशन किट उपलब्ध करवाये जाएंगे। राज्य में 1.40 लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है। स्कूलों को क्रमोन्नत किया जा रहा है। 500 बालिकाओं के नामांकन पर महाविद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। गरीब विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले गए हैं। वंचित वर्गों के 1 लाख छात्र-छात्राओं को आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। उन्होंने इन जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का आमजन से आह्वान किया। गहलोत ने कहा कि हमारी मंशा 2030 तक प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शुमार करने की है। उन्होंने प्रदेशवासियों को इस विजन को साकार करने में अपनी भागीदारी निभाने एवं अपने सुझाव देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के सहयोग से ही यह संभव हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने देश के हालातों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि शांति एवं अहिंसा के वातावरण में ही विकास संभव है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग पर भी चिंता व्यक्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर बने इंदिरा गांधी स्मार्टफोन कैम्प का अवलोकन किया तथा पंजीकरण एवं स्मार्टफोन वितरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। इस दौरान वहां उपस्थित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए रचनात्मक मॉडल की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

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