Under the scholarship for minorities, only one person gets benefit in eight years.

नयी दिल्ली। वर्ष 2009-10 से लेकर अभी तक मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने केवल एक किन्नर को छात्रवृत्ति दी। यह जानकारी आज लोकसभा में दी गई। विज्ञान, मानविकी, सामाजिक विज्ञान और इंजीनियरिंग तथा प्रौद्योगिकी विषयों में एम.फिल और पीएचडी जैसी उच्च शिक्षाओं के लिए मंत्रालय एमएएनएफ को लागू कर रहा है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि अल्पसंख्यक समुदाय के 750 से ज्यादा छात्रों को यह छात्रवृत्ति दी जा रही है।

उन्होंने कहा, वर्ष 2017-18 में किन्नर समुदाय से सिर्फ एक उम्मीदवार का आवेदन मिला और उसे छात्रवृत्ति दी जा रही है। वर्ष 2009-10 से योजना के तहत छात्रवृत्ति हासिल करने वाला इस श्रेणी का वह पहला छात्र है।वर्ष 2017-18 में 517 मुस्लिम छात्रों, 109 ईसाई छात्रों, 72 सिख, 33 बौद्ध और 25 जैन छात्रों को यह छात्रवृत्ति दी जा रही है। एक अन्य सवाल के जवाब में नकवी ने बताया कि 18 राज्यों ने अभी तक अपना राज्य अल्पसंख्यक आयोग गठित किया है।

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