जयपुर. राजस्थान में 23 और 24 जुलाई को होने वाली रीट परीक्षा की तैयारियों में पूरा प्रशासन जुट गया है। पिछले साल की तरह पेपर लीक और अन्य कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए सरकार ने पहली बार इस पूरी परीक्षा को सरकारी कर्मचारियों की निगरानी में करवाने का फैसला किया है। यही कारण है कि पहली बार किसी भर्ती परीक्षा में एग्जाम हॉल में मॉनिटरिंग करने वाले इंविजिलेटर से लेकर सेंटर सुप्रीडेंट तक सभी सरकारी कर्मचारी होंगे। जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जयपुर में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। इसे देखते हुए हमने पूरे जिले में 14 हजार 91 सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया है। इसमें 1 हजार से ज्यादा तो गजेटेड ऑफिसर रैंक के है। जयपुर जिले में दो दिन होने वाली इस परीक्षा के लिए कुल 779 सेंटर बनाए गए है, जिन पर कुल 3 लाख 50,713 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।
एग्जाम में जिन कर्मचारियों-अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है, जिला प्रशासन ने उनका अलग से आई कार्ड भी जारी किया है। इस आई कार्ड के जरिए ही इन्हें सेंटर पर प्रवेश दिया जाएगा। जयपुर के सभी परीक्षा सेंटर पर कुल 8092 इंविजिलेटर लगाए गए है, जबकि पेपर कॉडिनेटर, एरिया अधिकारी, सुपर वाइजर, पर्यवेक्षक समेत कुल 13 अलग-अलग सेंक्शन में कर्मचारियों-अधिकारियों की तैनाती की गई है। रीट में नकल और पेपर आउट की प्रक्रिया को रोकने के लिए सरकार ने इस बार एग्जाम सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों की मॉनिटरिंग में करवाने का फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले के बाद जयपुर जिले में लगे 14 हजार 91 कर्मचारियों-अधिकारियों को इस एग्जाम में लगाया गया है। बताया जा रहा है कि इस एग्जाम के लिए जिला प्रशासन ने करीब 15 हजार से ज्यादा कर्मचारियों-अधिकारियों की लिस्ट तैयार की थी, लेकिन चुनाव ड्यूटी की तरह इस बार भी कई कर्मचारियों-अधिकारियों ने अपनी-अपनी ड्यूटी कटवा ली। इसको लेकर बकायदा जिला कलेक्ट्रेट में ड्यूटी कटवाने वालों की भीड़ भी रही।

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