लखनऊ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का वर्चुअली इनॉगरेशन किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी, कहा- भारतीय सेना ने पराक्रम दिखा दिया है। आतंकवाद के लिए सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी। हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही कार्रवाई नहीं की, बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई, जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है। रक्षा मंत्री ने कहा- हमने कभी उनके आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, लेकिन जब पाकिस्तान ने भारत के नागरिक इलाकों, मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों पर हमले का प्रयास किया। तब भारतीय सेना ने शौर्य और संयम के साथ उत्तर दिया। पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया। रक्षामंत्री ने कहा- भारत विरोधी और आतंकी संगठनों ने भारत माता के मस्तक पर हमला किया था। कई परिवार के सिंदूर मिटाए थे। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए इंसाफ दिलाने का काम किया। यह ऑपरेशन भारत की दृढ़ इच्छा शक्ति का प्रदर्शन है। यह ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छा-शक्ति का प्रतीक है। यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ संकल्पशक्ति, सैन्य क्षमता और रणनीतिक पराक्रम का प्रमाण है। भारत ने दुनिया को यह भी दिखाया है कि वह आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। पठानकोट, उरी, पुलवामा, और अब ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों से यह साबित हो गया है कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए हमारे पीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया भारत है जो केवल अपने क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सीमा पार जाकर भी आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का सामर्थ्य और संकल्प रखता है। मिसाइल यूनिट के उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य मौजूद रहे। सीएम योगी ने मिसाइल के साथ फोटो खिंचवाई। इस दौरान सीएम योगी ने आतंकवाद पर हमला बोला। आपने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल के पराक्रम की एक झलक देखी होगी। अगर नहीं देखी, तो पाकिस्तान के लोगों से ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत के बारे में पूछिए। आतंकवाद कुत्ते की पूंछ की तरह है, जो कभी सीधी नहीं होने वाली और न ही प्यार की भाषा समझने वाली है। आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी ने ऐलान किया है कि कोई भी आतंकी घटना अब युद्ध जैसी मानी जाएगी। याद रखना, जब तक हम आतंकवाद को पूरी तरह कुचल नहीं देंगे, तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा। किसी भी देश के लिए यह आवश्यक है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी अन्य देश पर निर्भर न हो। पूरी दुनिया में युद्ध अलग-अलग क्षेत्रों में हो रहे हैं। उन क्षेत्रों में आप देखेंगे कि जिनके पास रक्षा उत्पादन की आत्मनिर्भरता नहीं है, वे अलग-थलग पड़ गए हैं। आपके सामने इजराइल का उदाहरण है। इजराइल ने दुश्मनों को नाकों चने चबवा दिए। ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी यूनिट लखनऊ से 30 किलोमीटर दूर भटगांव में है। यह यूनिट ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने 300 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई है। इससे 3000 लोगों को रोजगार मिलेगा। योगी सरकार ने 2021 में ब्रह्मोस प्रोजेक्ट के लिए लखनऊ में 80 हेक्टेयर भूमि आवंटित की थी। 26 दिसंबर 2021 को रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्लांट का शिलान्यास किया था। सिर्फ साढ़े 3 साल में यह यूनिट बनकर तैयार हो गई। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत सरकार के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और रूस की सरकारी कंपनी एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनि‍या का संयुक्त उद्यम (जॉइंट वेंचर) है। इसमें भारत की 50.5% और रूस की 49.5% हिस्सेदारी है। यह भारत का पहला ऐसा रक्षा संयुक्त उद्यम है, जिसे किसी विदेशी सरकार के साथ मिलकर शुरू किया गया है।

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