जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने बेटियों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के अधिकाधिक अवसर देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सुसंस्कृत एवं संस्कारवान समाज व राष्ट्र के निर्माण के लिए बेटियों की सुरक्षा एवं उनका विकास हम सभी का नैतिक दायित्व है।
मिश्र मंगलवार को मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट द्वारा आयोजित ‘लाडो का सम्मान‘ कार्यक्रम में ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खुशहाल और सम्पन्न समाज की नींव बेटियां ही होती हैं। उनके सम्मान से समाज आगे बढ़ता है।
राज्यपाल ने कहा कि धरती पर सारी शक्तियां देवियों में ही निहित है। उन्होंने कहा कि धन-संपत्ति, विद्या और ज्ञान तथा शक्ति की प्रतीक तीन प्रमुख देवियां लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा ही हैं। उन्होंने कहा कि इन तीनों से ही संसार है। इन तीनों का संतुलन भी जरूरी है। तीनों का सामंजस्य बेटियों द्वारा ही सम्भव है। उन्होंने कहा कि बेटियां संसार का अनमोल धन हैं। वह हैं तभी समाज में  सन्तुलन के साथ विकास हो सकता है।
मिश्र ने कहा कि एक बेटी किसी परिवार में पढ़ लेती है तो पूरा परिवार उससे लाभान्वित होता है। उन्होंने बालाजी ट्रस्ट द्वारा 44 वषोर्ं से विद्यालय शिक्षण और 26 वषोर्ं से महाविद्यालय शिक्षण की निःशुल्क शिक्षण व्यवस्था और बालक बालिकाओं को आवास, यूनिफार्म, भोजन, पठन पाठन आदि सामग्री के लिए किए जा रहे कायोर्ं की सराहना की।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बालाजी ट्रस्ट के महंत किशोरपुरी ने कहा कि बेटियाें से ही जीवन सम्पन्न रहता है। उन्होंने बताया कि अब तक ट्रस्ट द्वारा लगभग 35 हजार बालिकाओं को शिक्षा दी जा चुकी है तथा यहां से पढ़ी बालिकाएं देश के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने कोरोना काल में राज्य सरकार को 73 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही विभिन्न स्तरों पर अन्य सहयोग भी किया है। इस मौके पर बालाजी महिला विद्यापीठ के सचिव सुदीप तिवारी ने ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे समाज कल्याण कायोर्ं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

LEAVE A REPLY