जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है। राष्ट्रपति ने रविवार सुबह 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल और उपराज्यपाल बदलने के आदेश दिए हैं। कटारिया को राज्यपाल नियुक्त करने पर उदयपुर सहित प्रदेश भर में उनके प्रशंसकों ओर बीजेपी नेताओं ने खुशी जताई है। वरिष्ठ बीजेपी नेताओं ने फोन करके कटारिया को बधाई दी है। वहीं, कटारिया ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी। हालांकि, दो दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर हालचाल जाने थे, लेकिन राज्यपाल बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी। कटारिया की गिनती राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में होती है। वे आरएसएस के स्वयंसेवक रहे, फिर जनसंघ में आए। जनसंघ और बीजेपी के शुरुआती नेताओं में से कटारिया प्रमुख रहे हैं। कटारिया राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष रहने के साथ आठ बार विधायक और एक बार सांसद भी रह चुके हैं।
– मोदी ने कटारिया को किया था फोन
गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल बनाने की चर्चाएं तो कई महीनों से थी, लेकिन हाल के दिनों में इसके संकेत मिलने शुरू हो गए थे। शुक्रवार को पीएम मोदी ने कटारिया से फोन पर बातचीत करके उनके हालचाल जाने थे। माना जाता है कि उसी फोन के जरिए कटारिया को संकेत दे दिए थे। कटारिया ने मीडिया से बातचीत में इसकी जानकारी दी थी। मैं इस दौड़ में कभी नहीं रहा कि मुझे क्या बनना है। मैं पद मांगने के लिए कभी किसी के पास नहीं गया।
– अब नेता प्रतिपक्ष कौन
कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद अब राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया है। अब बीजेपी जल्द ही नेता प्रतिपक्ष का चयन करेगी। नेता प्रतिपक्ष कौन बनता है इस पर बीजेपी की आगामी सियासी दिशा तय होगी। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल सहित कई नेता रेस में हैं, लेकिन बदले हुए राजनीतिक हालात में चौंकाने वाला नाम आने की भी संभावना है। कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद राजस्थान बीजेपी के अंदरूनी समीकरण भी बदलेंगे। कटारिया के बाद किसे जिम्मेदारी मिलती है, उससे अगले सीएम के तौर पर चेहरे का आकलन भी होगा। अगर हाईकमान किसी नए चेहरे को नेता प्रतिपक्ष बनाता है तो यह संकेत माना जाएगा। राज्यपाल बनने के बाद उदयपुर में पार्टी को नुकसान होने के सवाल पर कटारिया ने कहा मैं सोचता हूं कि बीजेपी में व्यक्ति पर आधारित कुछ नहीं होता है। बीजेपी का संगठन नीचे तक बहुत सशक्त है, अब वह कमी नहीं है कि किसी के जाने से असर पड़े। हमारा हर कार्यकर्ता मजबूत है, जिसे जिम्मेदारी मिलती है, उसे पूरी करता है। यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है इसके कारण से एक के बाद दूसरा अपनी जिम्मेदारी निभाता है।
– बीजेपी में जनरेशन शिफ्ट का मैसेज
कटारिया को राज्यपाल बनाकर राजस्थान बीजेपी में जनरेशन शिफ्ट की शुरुआत कर दी गई है। इसे नई पीढ़ी के नेताओं को आगे बढ़ाने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। गुलाबचंद कटारिया की पीढ़ी के नेताओं को यह साफ मैसेज भी है कि अब टिकटों से लेकर सक्रिय राजनीति में जगह खाली करनी होगी। उम्रदराज नेता मार्गदर्शक मंडल में बैठेंगे। सक्रिय राजनीति में नई पीढ़ी के नेता आएंगे। दूसरे राज्यों की तरह राजस्थान में भी वही किया जाएगा। अगले सप्ताह तक नए नेता प्रतिपक्ष पर फैसला होने की संभावना है। वहीं, सीएम के चेहरे को लेकर खेमेबंदी जारी है। अगले सप्ताह नए नेता प्रतिपक्ष पर फैसला होने की संभावना है। विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। ऐसे हालात में नए नेता प्रतिपक्ष का नाम जल्द तय हो सकता है। नेता प्रतिपक्ष से सीएम चेहरे का संकेत मिलेगा। नेता प्रतिपक्ष के चेहरे से पार्टी की खेमेबंदी के समीकरण भी बदलेंगे। पार्टी में सीएम चेहरे को लेकर पहले से ही खेमेबंदी जारी है।

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