– जयपुर महानगर टाइम्स की ओर से वरिष्ठतम पत्रकारों का हुआ सम्मान, राज्यपाल कलराज मिश्र, शिक्षा मंत्री बी.डी.कल्ला और जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने की शिरकत
जयपुर।  राज्यपाल कलराज मिश्र ने मीडिया की जीवंतता को लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए उससे मिशनरी के रूप में कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि व्यवसायिकता के इस दौर में भी बहुत से पत्र-पत्रिकाएं और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल स्वस्थ पत्रकारिता के मूल्यों की पालना कर रहे हैं, जो सराहनीय है। राज्यपाल मिश्र रविवार को भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम स्कूल के महाराणा प्रताप सभागार में जयपुर महानगर टाइम्स द्वारा आयोजित वरिष्ठतम पत्रकार सम्मान समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गणतंत्र की जड़ों को सींचने का कार्य पत्रकारिता करती है, इसीलिए विधायिका, कायज़्पालिका और न्यायपालिका के बाद पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना गया है। राज्यपाल ने कहा कि नागरिकों को संविधान प्रदत्त अधिकारों और कर्तव्य के लिए जागरूक करने और कानूनों की पालना करने वाले जिम्मेदार नागरिक तैयार करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। मीडिया की विश्वसनीयता और साख को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि वह सच के साथ रहते पारदर्शिता के साथ निष्पक्ष रिपोर्टिंग करे।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन में मीडिया के महत्वपूर्ण योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक, अरविंद घोष, मदन मोहन मालवीय, गणेश शंकर विद्यार्थी, अजीमुल्ला खां ने देश की आजादी के लिए लोगों को आंदोलित करने का कार्य किया। उन्होंने समाचार पत्रों के जरिए अंग्रेजों के शासन की अराजकता को उजागर करते उन्हें देश छोडऩे के लिए मजबूर किया। राज्यपाल ने कहा कि व्यावसायिक हितों के नाम पर प्रेस को जन भावनाओं को उद्वेलित करने वाले अथवा भ्रामक समाचार प्रकाशित और प्रसारित करने से बचना चाहिए। समारोह में राज्यपाल मिश्र ने प्रवीणचंद छाबड़ा को महात्मा गांधी पत्रकारिता सम्मान, विजय भंडारी को लोकमान्य तिलक सम्मान, मिलापचंद डांडिया को गणेशशंकर विद्यार्थी सम्मान एवं सीताराम झालानी को मदनमोहन मालवीय सम्मान और एक- एक लाख  रुपए राशि का चेक  प्रदान कर सम्मानित किया।
स्व. श्याम आचार्य को प्रदत्त बाबूराव विष्णु पराड़कर पत्रकारिता सम्मान उनके परिजनों ने प्राप्त किया।  आचार्य के पुत्र, पुत्री, ज्येष्ठ पुत्र की पुत्रवधू को एक- एक लाख रुपए राशि का चेक प्रदान किया गया। वरिष्ठ पत्रकार विजय भंडारी ने सम्मान स्वरूप मिली राशि जरूरतमंद व कोरोना पीडित रहे पत्रकारों और उनके परिजनों की सहायतार्थ देने की घोषणा की।
– मीडिया की जवाबदेही बढ़ी
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि डिजिटल क्रांति से पत्रकारिता के क्षेत्र में काफ ी बदलाव आए हैं। ऐसे में मीडिया की भी जिम्मेदारी एवं जवाबदेही बढ़ गई है। सबसे पहले खबर देने की होड़ में गलत तथ्य पर आधारित और जन भावना को भड़काने वाले समाचार देने से पत्रकारों को बचना चाहिए। प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता आज भी बरकरार है। आजादी दिलाने में मिशन आधारित पत्रकारिता का बड़ा योगदान रहा है। अंग्रेजी शासन की बुराइयों को उजागर कर उन्हें देश छोडऩे के लिए मजबूर किया। यह चौथा स्तंभ लोकतंत्र को सींच रहा है। राज्यपाल ने प्रेस की स्वतंत्रता को जरुरी बताया लेकिन, साथ ही सलाह दी कि स्वच्छंदता से बचना जरुरी है। व्यावसायिक हितों पर आधारित पत्रकारिता नहीं होनी चाहिए। इस ग्लैमर फ ील्ड में दायित्व बोध और सजगता जरुरी है। मूल्यों के साथ समझौता नहीं होना चाहिए। राज्यपाल ने खबर लिखते समय शब्दों के चयन, वाक्य विन्यास तथा पू्रफ  पर भी ध्यान देने की जरुर बताई।  राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि महानगर टाइम्स ने आज ऐसे पत्रकारों का सम्मान किया है जो पत्रकारिता को मिशन के रूप में देखते है। आजादी के लिए आंदोलन हो या फिर समाज को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी, इन पत्रकारों मिशन ने मिशन मानकर अपना दायित्व निभाया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठतम पत्रकारों का सम्मान करना महानगर टाइम्स की अच्छी पहल है।
– इसलिए लिखित भाषण पढ़ता हूं
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि मैं जब से राज्यपाल बना हूं, उसके बाद से मैं कार्यक्रमों में लिखित भाषण ही लोगों के बीच में पढ़ता हूं। इसलिए कई लोगों को विचित्र लगता होगा। मुझे लिखित भाषण में सुविधा रहती है। राज्यपाल एक संवैधानिक पद है। अगर भावावेश में मुंह से कोई बात इधर से उधर निकल गई, तो हमारे लिए शोभा नहीं देता। इसलिए भाषण लिखना, उसको बार-बार दोहराना और फि र उसे लोगों को उसी के अनुरूप प्रस्तुत करने का मैं काम करता हूं।
– देश के नवनिर्माण में पत्रकारिता का बड़ा योगदान: डॉ. बीडी कल्ला
समारोह में मुख्य अतिथि शिक्षा, कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि आजादी दिलाने और देश के नवनिर्माण में पत्रकारिता का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठतम पत्रकार प्रवीण चंद्र छाबड़ा जैसे पत्रकार अंहिसा और शांति में विश्वास करते थे और सभी से अच्छे संबंध होने के बावजूद उसका दुरुपयोग नहीं किया। विजय भंडारी के लिए सच्चाई से बड़ा कोई धर्म नहीं है। सादा जीवन और उच्च विचार उनकी पहचान है। उनके लेखों व संपादकीय में हमेशा आम आदमी का दर्द और सच्चाई का आईना होता है। वरिष्ठ पत्रकार मिलापचंद डंडिया की पहचान खोजपूर्ण पत्रकारिता के क्षेत्र में रही है। वे भारत के एंडरसन है। सीताराम झालानी और दिवंगत श्याम आचार्य की जोड़ी राम लक्ष्मण की थी। सीताराम झालानी एनसाइक्लोपीडिया है। इनका सम्मान करना गौरव की बात है। भारत की संस्कृति में भी बड़ों के सम्मान पर जोर दिया जाता है। बड़ों के सम्मान से धन, आयु, बुद्धि और समृद्धि को बढ़ाती है। डॉ. कल्ला ने कहा कि आजादी की रक्षा के लिए हम सब को मिलकर रहना होगा। तेरा-मेरा करना भारत की संस्कृति नहीं है और पूरी दुनिया हमारे लिए एक कुटुम्ब  है। उन्होंने गीता के श्लोक और उद्धरणों का उल्लेख करते हुए सच्चाई और ईमानदारी से कर्म करने की आवश्यकता बताई।
– प्रिंट मीडिया से ही लगता है सच का पता: मोहन प्रकाश
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने कहा कि पत्रकार समाज के लिए दीपक की तरह है। उसकी रोशनी से समाज आगे बढ़ता है। वर्तमान दौर में सोशल मीडिया हावी है, लेकिन गलत खबरों के कारण यह अन-सोशल हो गया है। डिजिटल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सच्चाई नहीं है। सच्ची खबर का पता तो सुबह अखबार से ही पता चलता है। प्रिंट मीडिया सच्चाई का आईना है।  इस वजह से प्रिंट मीडिया का महत्व बरकरार है और ये कभी खत्म नहीं होगा। दरअसल, सोशल मीडिया की खबर पर एकदम विश्वास नहीं किया जा सकता है। इसलिए लोग सुबह अखबार में छपी खबर पर ही विश्वास करते है। उन्होंने प्रिंट मीडिया को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता लोकतंत्र के लिए जरुरी है। मोहन प्रकाश ने कहा कि अखबार निकालना हिम्मत का काम है। एक साधारण और सक्रिय पत्रकार अखबार का मालिक हो सकता है, महानगर टाइम्स के प्रधान संपादक गोपाल शर्मा इसकी मिसाल है। उन्होंने कहा कि यह मात्र पांच पत्रकारों का सम्मान समारोह नहीं है बल्कि देश के पत्रकारों का सम्मान है। जो पीढ़ी अपने बुजुर्गों को सम्मान नहीं देती उसकी अगली पीढ़ी उसका सम्मान नहीं करती है। ऐसे में महानगर टाइम्स की यह पहल सराहनीय है।
-देश-समाज को आगे बढ़ाने में पत्रकारिता की भूमिका महत्वपूर्ण: कर्नल राज्यवर्धन
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद जयपुर ग्रामीण कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि पत्रकारिता परिश्रम और परोपकार है। पत्रकार कठिन पथ पर चलते हुए देश और समाज को जागरू कर आगे बढ़ाने का काम करते है। स्वतंत्रता के महत्व के प्रति नई पीढ़ी को जगरूक कर भविष्य का भारत तैयार करना सच्चे पत्रकार का कर्तव्य है। एक सैनिक की भांति कलम का सिपाही भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आपदा और विपरीत परिस्थितियों में भी डटा रहता है। कर्नल राज्यवर्धन ने कहा पत्रकारिता ने देश की संस्कृति, धर्म और समाज को जीवित रखा है। इतिहास गवाह है कि जब भी कहीं लोकतंत्र पर खतरा आया है तो सबसे पहले वहां पर मीडिय़ा को ही निशाना बनाया गया है। आज हमारा लोकतंत्र इतना मजबूत है कि सही हो या गलत हर विषय पर खुलकर चर्चा और चिंतन होता है। वर्तमान समय में पत्रकारिता भी बदलती जा रही है और माध्यम भी बदल रहें है। अब सोशल मीडिया और वेब डिजिटल मीडिया का जमाना है। सही या गलत सभी खबरें तेजी से प्रसारित होती है। इस दौर में भी मुद्रित माध्यम की प्रमाणिकता और विश्वसनियता बनी हुई है। इसलिए पत्रकारों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। पत्रकारिता और बेहतर तरीके से हो इसके लिए युवा पत्रकारों की ट्रेनिंग हो और वरिष्ठ पत्रकारों का सानिध्य मिलता रहना चाहिए।
– यह सम्मान समारोह गुरु भाव और श्रद्धा को समर्पित: गोपाल शर्मा
महानगर टाइम्स के संस्थापक संपादक गोपाल शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा से पहले आयोजित यह सम्मान समारोह पत्रकारिता के पुरोधाओं के प्रति गुरु भावना, समर्पण, श्रद्धा और विनम्रता को समर्पित है। आजादी के पहले और बाद में उनका योगदान समाज में विशेष महत्व रखता है। कैसी भी परिस्थितियां रही हो, सत्ता की चौखट के आगे ये कभी भी नहीं झुके। इनके चरित्र पर एक भी दाग नहीं लगा है। इन पत्रकारों ने राजस्थान को दिशा दी है और इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। राज्यपाल कलराज मिश्र से जुड़ी घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मिश्र हमेशा जरुरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहते है। एक बार एक व्यक्ति राजभवन पहुंच गया और उसने समय भी नहीं लिया था। पता चलने पर राज्यपाल ने उस व्यक्ति को अंदर बुलाया और उसकी सुनवाई की। शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला की राजनीति में जबरदस्त पकड़ है और वे इसी वजह से सरकार में हर बार मंत्री बनते है। इसी तरह वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने जेपी आंदोलन को सफल बनाने में योदान दिया। उनका सादगीपूर्ण जीवन मिसाल है। सांसद राज्यवर्धन सिंह देश के हीरो है और सेना, खेल और अब राजनीति के क्षेत्र में सफल रहे है। गोपाल शर्मा ने कहा कि महानगर टाइम्स ने 25 साल में कभी भी पीत पत्रकारिता नहीं की। हमेशा मूल्य आधारित पत्रकारिता कर अपनी पहचान कायम की। पीडि़त और दुखी को कभी निराश नहीं किया। महानगर टाइम्स सदा उनकी आवाज बना और कई बड़ी खबरों की ब्रेकिंग भी की। इस समाचार पत्र के विकास में कई बड़ी हस्तियों और शहर के हर नागरिक का योगदान रहा है। महानगर टाइम्स हमेशा सामाजिक सरोकार से भी जुड़ा रहा है। अब से पहले भी कई ऐसे कार्यक्रम किए हैं। इनमें कारगिल शहीदों के परिजनों का सम्मान, गुजरात में भूकंप पीडि़तों की सहायतार्थ 18 ट्रक राहत सामग्री और जीवन रक्षक दवाएं भेजने का काम, स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का सम्मान समारोह जैसे कार्यक्रम किए गए हैं।
– पत्रकारिता के पुरोधाओं का सम्मान
कार्यक्रम में महात्मा गांधी पत्रकारिता सम्मान से वयोवृद्ध पत्रकार प्रवीण चंद्र छाबड़ा को सम्मानित किया गया। वे आजादी से पहले पत्रकारिता में सक्रिय रहे है और पत्रकारों को संगठित करने तथा आथिज़्क सामाजिक सुरक्षा दिलाने में उनका योगदान रहा है। लोकमान्य तिलक पत्रकारिता सम्मान से राजस्थान में पत्रकारिता के प्रतिमान विजय भंडारी को सम्मानित किया। गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान खोजपूर्ण पत्रकारिता की मिसाल मिलापचंद डंडिया को प्रदान किया गया। राजस्थान के एनसाइक्लोपीडिया कहे जाने वाले वरिष्ठतम पत्रकार सीताराम झालानी को मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता सम्मान दिया गया है। स्वगीज़्य श्याम आचार्य को बाबूराव विष्णु पराड़कर पत्रकारिता सम्मान प्रदान किया गया। स्वर्गीय आचार्य के परिजनों ने ये सम्मान ग्रहण किया। महानगर टाइम्स की ओर से प्रकाशित स्मारिका अभिनंदन में सम्मानित पत्रकार प्रवीण चंद छाबड़ा पर वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र बोड़ा, मिलापचंद डंडिया पर संजीव श्रीवास्तव, श्याम शर्मा पर महेश शर्मा, सीताराम झालानी पर विनोद चतुर्वेदी और विजय भंडारी पर गोपाल शर्मा ने आलेख लिखा है।  समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र का महानगर टाइम्स के प्रधान संपादक गोपाल शर्मा ने, शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला का कार्यकारी संपादक जिज्ञासु शर्मा ने, सांसद राज्यवर्धनसिंह राठौड़ का ऐश्वर्य शर्मा ने और वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश का विनोद चतुर्वेदी ने स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में जिज्ञासु शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में पूर्व उपराष्ट्रपति भैंरोसिंह शेखावत की दोहिती मूमल राजवी ने अतिथियों को चित्र भेंट किए।

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