-दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव होगा, देवनानी को समर्थन दे सकती है कांग्रेस
जयपुर. राजस्थान की 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 20 दिसंबर से बुलाया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने सत्र बुलाने की स्वीकृति दे दी है। सत्र के पहले दिन नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। वहीं, दूसरे दिन स्पीकर का चुनाव होगा, भाजपा की आरे से स्पीकर के दावेदार वासुदेव देवनानी की जीत तय मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस देवनानी को समर्थन दे सकता है, यदि विपक्ष देवनानी को समर्थन देता है तो उनका चुनाव निर्विरोध भी हो जाएगा। राजस्थान में यह संभवत पहला मौका है, जब मंत्रिमण्डल के गठन से पहले विधायकों की शपथ हो रही है। इससे पहले नई विधानसभा का पहला सत्र जनवरी में होता आया है, इसलिए सत्र से पहले मंत्रिमंडल का गठन हो जाया करता था। इस बार विधायकों की शपथ पहले हो रही है। नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र ने वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ को सोमवार को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था। कालीचरण सराफ को राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार को शपथ दिलाई थी। प्रोटेम स्पीकर के सहयोग के लिए राज्यपाल ने तीन सदस्यीय पैनल भी बनाया है। इसमें वरिष्ठ विधायक दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी और डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा को शामिल किया गया है। 16वीं विधानसभा में करीब 72 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी शामिल हैं। वहीं, संभवत भजनलाल शर्मा पहले ऐसे विधायक हैं, जो विधायक से पहले मुख्यमंत्री के तौर पर विधानसभा पहुंचेंगे। पहली बार विधानसभा पहुंचने वाले विधायकों में भाजपा के 46, कांग्रेस के 19 और अन्य 7 विधायक शामिल हैं। कालीचरण सराफ 16वीं विधानसभा में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। वे इस बार मालवीय नगर विधानसभा से चुनाव जीतकर 8वीं बार विधानसभा पहुंचे हैं। सराफ 1985 से लगातार चुनाव लड़ रहे हैं। वे 4 बार जौहरी बाज़ार विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं, लेकिन 2008 में परिसीमन के बाद जौहरी बाजार विधानसभा सीट समाप्त हो गई। इसके बाद से कालीचरण सराफ जयपुर की मालवीय नगर विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच रहे हैं।

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