बठिंडा। तंत्र विद्या ने आज भी आधुनिक भारत को अपनी बेडियों में बुरी तरह से जकड़ रख है। इसी की बानगी पंजाब के बठिंडा स्थित कोटफ्ता में देखने को मिली। जहां एक महिला ने अपने बेटे के साथ मिलकर अपने दो मासूम पोते-पोती की बलि दे डाली। यह मामला जब लोगों के सामने आया तो हर कोई अवाक रह गया। दरअसल महिला ने दावा किया था कि उसे सिद्धि प्राप्त हो गई है और अब वह बच्चों को जिंदा कर सकती है। उसने इसी काम के लिए अपने ही घर के नन्हें दो पोते-पोती को चुना। यह हृदय विदारक घटना बठिंडा के कोटफ्ता निवासी कुलविंदर के परिवार में घटी। जानकारी के अनुसार कुलविंदर और उसकी मां निर्मल कौर (55) दोनों तांत्रिक होने का ढोंग करते थे। निर्मल कौर खुद को शक्ति का अवतार समझती थी। यही वजह थी कि उसने सिद्धि प्राप्त करने का ऐलान किया। उसने इस काम के लिए अपने 5 साल के पोते रणजोत सिंह और 3 वर्षीय पोती अनामिका को चुना। जब यह बात उसकी बहू को पता चली तो उसने विरोध किया, लेकिन उसकी एक न सुनी और कहा कि बलि लेने के बाद उन्हें वापस जिंदा भी कर देगी। बहू का विरोध बढ़ा तो उसके साथ मारपीट कर उसे कमरे में बंद कर दिया। बाद में दोनों को दादी के सामने फर्श पर लेटा दिया। इस दौरान निर्मल कौर मंत्रों को जाप करने लगी, बाद में बच्चों के साथ मारपीट कर बेहोश कर दिया और करंट लगा दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। निर्मल कौर ने बच्चों को वापस जीवित करने के लिए टयूबलाईट और बल्ब तोड़कर उनके मुंह में डाले, लेकिन बच्चे वापस जीवित नहीं हुए। इधर घर से आवाजें सुनकर पड़ौसियों ने पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो माजरा पता चला। जहां दोनों मां-बेटों को गिरफ्तार कर लिया। उधर अपने कलेजे के टुकड़ों को निढाल देखकर उनकी मां गश खाकर गिर पड़ी। जिससे उपचार हेतु अस्पताल भर्ती कराया गया।
-जनप्रहरी एक्सप्रेस की ताजातरीन खबरों से जुड़े रहने के लिए यहां लाइक करें।

LEAVE A REPLY