जयपुर। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भारत में सूचना क्रांति के जनक के साथ-साथ पंचायतीराज और लोकतांत्रिक व्यवस्था में सुधारों के सूत्रधार रूप में हमेशा याद किया जाएगा। देश में आज डिजिटल युग की जो शुरूआत हुई है वह भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है। गहलोत ने गुरूवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के 76वें जन्मदिवस के अवसर पर सद्भावना दिवस के उपलक्ष्य में राज्य सरकार के कला, संस्कृति, साहित्य एवं पुरातत्व तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभागों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित डिजाइन कॉनक्लेव-2020 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कायक्रम में उन्होंने दोनों विभागों द्वारा किए गए विभिन्न विकास कायोर्ं एवं प्रस्तावित योजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वर्चुअल लोकार्पण एवं शुभारंभ किया।
21वीं सदी से 15 वर्ष पहले ही प्रगतिशील भारत का सपना देखा
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. राजीव गांधी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व शानदार था और उन्होंने युवा अवस्था में देश का नेतृत्व करते हुए एक प्रगतिशील भारत का सपना देखा। उन्होंने 21वीं सदी की शुरूआत से डेढ़ दशक पहले ही देश को कम्प्यूटर की सौगात दी और 73वें और 74वें संविधान संशोधनों के माध्यम से पंचायतीराज एवं स्थानीय निकाय संस्थाओं के गठन की प्रक्रिया में संशोधन कर इन्हें अधिक प्रगतिशील एवं प्रभावी बनाया। उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी के ऎसे अनेक अभूतपूर्व योगदानों के लिए राष्ट्र हमेशा उनका कृतज्ञ रहेगा।
स्व. राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों, पूर्वोत्तर में शान्ति प्रयासों के लिए याद किए जाएंगे 
कला, संस्कृति, साहित्य एवं पुरातत्व तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री बी.डी. कल्ला ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को राजस्थान को रावी-व्यास नदियों का पानी दिलाने के लिए राजीव-लोंगोवाल समझौते तथा पूर्वोत्तर राज्यों में शान्ति स्थापना के प्रयासाें के लिए याद किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने पंचायतीराज संस्थाओं को विकास कार्यों के लिए सीधे धन जारी करने और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना जैसे निर्णयों के माध्यम से देश में प्रगतिशील लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कला, संस्कृति साहित्य एवं पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गोष्ठी एवं सेमिनार में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों को बुलाएं और उनके सुझावों के आधार पर विभाग में नवाचार किए जाएं। उन्होंने सभी उपस्थित जनों को पूर्व प्रधानमंत्री की याद में सद्भावना शपथ दिलवाई। इस कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े।
गहलोत ने डिजाइन कॉनक्लेव-2020 के लोगो तथा कैलीग्राफी के माध्यम से तैयार किये गए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के चित्र का अनावरण किया। उन्होंने प्रदेश की लुप्त होती कावड़ तथा कठपुतली कलाओं के माध्यम से स्व. राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल की उपलब्धियाें का प्रस्तुतीकरण देखा। कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, अति. मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, शासन सचिव कला, संस्कृति साहित्य एवं पुरातत्व विभाग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मुग्धा सिन्हा, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी, निदेशक पुरातत्व विभाग प्रकाश गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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